कृषि कानूनों के विरोध में सरकार और किसानों के बीच लगातार ठनी हुई है। किसान सरकार तक अपनी मांगें पहुचानें के लिए पिछले 40 दिनों से ज़्यादा दिल्ली के बॉर्डरों पर धाक जमाएं बैठे हैं। देश के किसानों का आंदोलन आज 44वें दिन पर पहुंच चूका है। एक ओर जहां कल किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर सरकार को अपनी शक्ति का अहसास कराया वहीं आज वह सरकार के साथ आठवें दौर की बैठक कर एक बार फिर अपनी मांगों को किसानों के सामने रखेंगे।

किसान नेताओं संग बैठक से पहले कृषि मंत्री तोमर ने साफ कर दिया है कि कानून वापसी के मुद्दे को छोड़कर सरकार हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार है। ऐसे में आज होने वाली बैठक का परिणाम काफी अहम हो जाता है। इस बीच बाबा लक्खा सिंह ने किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता की पेशकश करते हुए कहा है कि नया प्रस्ताव लाएंगे।किसान नेताओं और सरकार की बैठक जारी है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि बैठक में सरकार ने दो टूक कह दिया है कि कृषि कानून वापस नहीं होंगे।