सीबीआई में अपने ही लोगों की जाँच करने के लिए एक विशेष सेल मौजूद है जो शिकायत मिलने के आधार पर जाँच करता है. इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है.
दो सालों की जाँच के बाद देश की प्रमुख जाँच एजेंसी केन्द्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने अपने ही विभाग के दो डीएसपी, एक इंस्पेक्टर और एक स्टेनोग्राफ़र के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया है.
सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि ये सभी कर्मी मुंबई की एक कंपनी के किए 3500 करोड़ रुपये के घोटाले की जाँच में शामिल थे और इन पर कंपनी को लाभ पहुँचाने का आरोप लगा है.
सूत्रों का ये भी कहना है कि ये पहली बार नहीं है जब एजेंसी ने अपने ही अधिकारियों और कर्मचारियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की हो.
वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि एजेंसी कई बड़े मामलों की जाँच करती है. इसलिए वो जाँच में शामिल अपने कर्मियों पर भी नज़र रखती है. शिकायत मिलने पर एजेंसी अपने कर्मियों की वैसी ही जाँच करती है जैसी वो दूसरे किसी मामले में करती है.