आज का दिन 04 जून समय के इतिहास में-

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थियानमेन स्क्वायर नरसंहार-लगभग 10 हजार प्रदर्शनकारी मारे गए

“थियानमेन स्क्वायर नरसंहार” बर्बर चीन के खिलाफ टैंकमैन का हौसला : 04 जून 1989- चीन की राजधानी बीजिंग का मशहूर थियानमेन स्कावयर। सुधारवादी कम्युनिस्ट नेता हू याओबांग की अप्रैल में मौत के बाद लोगों में सरकारी नीतियों को लेकर गुस्सा था। राजनीतिक व्यवस्था को लेकर इनका असंतोष अधिक था। बड़ी संख्या में छात्र व युवा ताक़त की अगुवाई में जनतंत्र की बहाली की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हुआ जो जल्द ही राजधानी बीजिंग स्थित थियानमेन चौक तक पहुंचकर लाखों प्रदर्शनकारियों में बदल गया।13 मई को सौ से अधिक प्रदर्शनकारी छात्रों ने थियानमेन स्क्वायर पर भूख हड़ताल शुरू की थी, जिसे इतना व्यापक समर्थन मिला कि 18 मई को यहां 12 लाख प्रदर्शनकारियों की रैली हुई। इसे देखते हुए चीनी सरकार के प्रमुख ली पेंग ने मार्शल लॉ लागू करा दिया।

प्रदर्शनकारियों का हौसला इससे भी नहीं टूटा और 02 जून को प्रदर्शनकारियों के समर्थन में गायक हाउ डेजियन का एक कॉन्सर्ट यहां आयोजित किया गया। उसमें लगभग एक लाख लोगों की भीड़ थी।तीन और चार जून की दरम्यानी रात चीनी सेना ने अपना क्रूर अभियान शुरू करते हुए थियानमेन स्क्वायर पर जमा प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। कई घंटे चली इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी छात्रों की जान ले ली गयी। इसी प्रदर्शन के दौरान जब 05 जून की तस्वीर सामने आई तो पूरी दुनिया हैरान रह गयी।

इस प्रदर्शन में एक ऐसी तस्वीर सामने आई जो चीन को कभी पसंद नहीं आई और वो इसे हमेशा छिपाता रहा है, इस तस्वीर में साफ था कि चीन के कई टैंक प्रदर्शनकारियों की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन एक अकेला शख़्स अपनी जान की परवाह किये बिना टैंक के ठीक सामने आकर खड़ा हो गया। चीन ने इस तस्वीर पर वर्षों तक पाबंदी लगाए रखी जो दुनिया में टैंकमैन के नाम से मशहूर है इस पूरे घटनाक्रम को थियानमेन स्क्वायर नरसंहार के नाम से जाना जाता है।चीन ने आजतक थियानमेन स्क्वायर नरसंहार के दौरान प्रदर्शनकारियों की मौत की वास्तविक संख्या का खुलासा नहीं किया। तटस्थ मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि लगभग 10 हजार प्रदर्शनकारी इसमें मारे गए। दुनिया के इतिहास में इसे चीन की दमनकारी नीतियों के बदतरीन उदाहरण के रूप में पेश किया जाता है। साथ ही टैंकमैन की तस्वीर, दुनिया भर में प्रतिरोध की प्रतिनिधि तस्वीर बन गयी।

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आज के अन्य महत्वपूर्ण घटना चक्र

1928ः जापानी एजेंट ने चीन के राष्ट्रपति हांग जोलिन की  हत्या कर दी।

1929ः जॉर्ज इस्टमेन ने पहली रंगीन फिल्म का नमूना प्रस्तुत किया।

1936ः जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री नूतन का जन्म।

1940ः द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी की सेना ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में प्रवेश किया।

1944ः अमेरिकी सेना द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान रोम में घुसी।

1959ः सी.राजगोपालाचारी ने स्वतंत्र पार्टी बनाने की घोषणा की।

1964ः मालदीव ने संविधान का निर्माण किया।

1970ः ब्रिटेन से अलग होकर टोंगा स्वतंत्र देश बना।

1975ः अमेरिकी अभिनेत्री एंजलिना जोली का जन्म।

2001ः वीर बिक्रम शाह ने नेपाल के सम्राट का पद संभाला।

2003ः डोमिनिक गणराज्य की 18 वर्षीय एमीलिया वेगा मिस युनिवर्स-2003 बनीं।

(हि.स.)

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