कोविड-19 के कठिन दौर में आयुष उत्पादों एवं सेवाओं की गुणवत्ता, संहिताकर पर बल देने की आवश्यकता

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श्री पीयूष गोयल और श्री श्रीपाद यासो नाइक ने देश में आयुष व्यापार एवं उद्योग की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की

आयुष उत्पादों एवं सेवाओं के मानकीकरण, संहिताकरण और गुणवत्ता की निगरानी से वैश्विक बाजार और लोगों का विश्वास हासिल करने में मदद कर सकती है – श्री गोयल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल और आयुष राज्य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपाद यासो नाइक ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत के आयुष उद्योगों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में आयुष मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा आयुर्वेदिक संगठनों और उद्योग निकायों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

श्री पीयूष गोयल ने अपने संबोधन में कोविड-19 के कठिन दौर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आयुष मंत्रालय और संबंधित उद्योगों के काम की सराहना की। उन्‍होंने कोविड-19 के खिलाफ जंग में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले विभिन्‍न उत्पादों एवं सेवाओं के जरिये अपनी मौजूदगी का एहसास कराने के लिए आयुष व्यापार एवं उद्योग संगठनों को बधाई दी।

श्री गोयल ने वैश्विक बाजार और लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए आयुष उत्पादों एवं सेवाओं की गुणवत्ता के मानकीकरण, संहिताकरण और गुणवत्‍ता निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इन गतिविधियों के लिए वित्त मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर काम करने का सुझाव दिया।

श्री गोयल ने शुल्‍क मुक्‍त व्‍यापार, बाजार तक पहुंच आदि लाभकारी प्रावधानों को शामिल करते हुए मुक्त व्यापार समझौतों के माध्यम से आयुष उद्योगों को प्रोत्‍साहित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने आयुष उत्पादों एवं सेवाओं के लिए सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाने का भी सुझाव दिया। मंत्री ने इस उद्योग में मौजूद संभावनाओं को तलाशने पर जोर दिया क्योंकि यह वैश्विक बाजार के लिहाज से यह उद्यमियों के लिए अपार संभावनाओं वाला कारोबार है।

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