एआयूडीएफ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल के पुत्र अब्दुर रहीम अजमल ने विवादास्पद बयान दिया था, उस समय भी कांग्रेस ने चुप्पी साध लिया
गुवाहाटी : सोशल मीडिया के जरिए आतंकवादी संगठन तालिबान का समर्थन करने के आरोप में कांग्रेस गठबंधन में शामिल एआईयूडीएफ के सचिव मौलाना फजलुल करीम कासिमी समेत राज्य के विभिन्न इलाकों से पुलिस ने कुल 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गठबंधन में शामिल पार्टी के नेता द्वारा इस तरह के बयान पर कांग्रेस की चुप्पी बेहद गंभीर है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में कांग्रेस गठबंधन पार्टी आईयूडीएफ के नेता के साथ तेजपुर मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी, गैर सरकारी विद्यालय में कार्यरत शिक्षक, मौलाना व पत्रकार भी शामिल हैं।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राजीव कुमार ने रविवार को जारी एक बयान में असम के ग्रामीण इलाकों में तालिबान समर्थन को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस प्रकार के लोगों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आह्वान किया है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा करने के बाद अफगान नागरिकों पर तालिबान ने निर्मम रूप से अत्याचार चलाना शुरू कर दिया है। जिसको असम के कुछ लोगों ने सोशल मीडिया द्वारा समर्थन कर राज्य में शांति श्रृंखला को तोड़ने का प्रयास किया है, ऐसे लोगों को रोकने के लिए लोगों से जागरूक होने का लिए आह्वान किया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस गठबंधन में शामिल एआईयूडीएफ के सचिव तथा जमीयत उलेमा उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश सचिव मौलाना फजलुल करीम कासिमी ने तालिबान के समर्थन में सोशल मीडिया के जरिए अपना विचार प्रकट किया, जिसको लेकर राज्य और देश भर के संवाद जगत ने कड़ी आलोचना की है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने इस अवसर पर कहा है कि अब कांग्रेस की इस मामले में रहस्यमय चुप्पी बेहद गंभीर है। कांग्रेस की चुप्पी गणतंत्र के साथ-साथ मानव सभ्यता के लिए भी अत्यंत हानिकारक है। कांग्रेस की चुप्पी एक तरह से इस तरह के देश विरोधी बयान का समर्थन माना जाएगा।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान एआयूडीएफ के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल के पुत्र अब्दुर रहीम अजमल ने विवादास्पद बयान दिया था, उस समय भी कांग्रेस ने चुप्पी साध लिया था।