बी एम सी का फरमान नहीं कर सकेंगे मुंबई में नदी और समुद्र किनारे छठ पूजा- Chhath 2020

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दरअसल छठ पूजा के दौरान होने वाली भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग से बचने के लिए बीएमसी ने बड़े पैमाने पर छठ पूजा आयोजित करने पर रोक लगा दी है.

हिंदू पंचांग के अनुसार छठ पर्व की शुरुआत कार्तिक महीने के चतुर्थी से सप्तमी तक होती है. चार दिनों तक चलने वाले अस्था का महापर्व 18 नवंबर से नहाय खाय के साथ शुरू होता है. इस पर्व की तैयारियां कुछ दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. हर व्रत के लिए विशेष पूजा सामग्री की आवश्यकता होती है, ठीक वैसे ही छठ पूजा के लिए भी होती है.

छठ पर्व

Chhath Puja 2020 का महापर्व आज यानी 18 नवंबर से शुरू गया है. उत्तर प्रदेश, झारखंड में इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है. इसके अलावा कई और जगहों पर भी लोग इस त्योहार को धमूधाम से मनाते हैं. हालांकि मुंबई में रहने वालों के लिए छठ पर्व के दौरान थोड़ी मुश्किल हो सकती है. वजह है बीएमसी का नया फरमान.

दरअसल बीएमसी ने समुद्र तट और नदी किनारे बड़े पैमाने पर छठ पूजा करने पर रोक लगाने संबंधी आदेश जारी किए हैं. दरअसल छठ पूजा के दौरान होने वाली भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग से बचने के लिए बीएमसी ने बड़े पैमाने पर छठ पूजा आयोजित करने पर रोक लगा दी है.

इसी के साथ बीएमसी ने अपील की है कि श्रद्धालु भीड़भाड़ से बचें. वहीं सभी शर्तों का पालन करते हुए कृत्रिम तालाब बनाने की मंजूरी दी जा सकती है. इसके अलावा पूजा स्थल पर मेडिकल टीम की तैनाती की जाएगी और जरूरत पड़ने पर एंटीजन या आरटी-पीसीआर टेस्ट भी किए जाएंगे.

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