भारत में एक तरफ़ कोरोना महामारी के तेज़ी से फैलने की रफ़्तार में कमी आयी है तो दूसरी तरफ़ अर्थव्यवस्था के विकास की रफ़्तार में तेज़ी आयी है. यानी देश की आर्थिक सेहत बेहतर हो रही है.
अक्तूबर के नतीजों पर एक निगाह डालें तो ये साफ़ हो जाता है कि विकास दर में तेज़ी से वृद्धि हो रही है.
वित्त मंत्रालय के अनुसार अक्तूबर में वस्तु एवं सेवा कर या जीएसटी कलेक्शन 1.05 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले साल इसी महीने के मुक़ाबले में 10 प्रतिशत अधिक था और पिछले महीने की तुलना में 10,000 करोड़ रुपये ज़्यादा.
हालांकि लॉकडाउन से अनलॉक-5 तक यानी चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्तूबर अवधि में जीएसटी का कलेक्शन 5.59 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 20 प्रतिशत कम था.