Tokyo 2020 Paralympics : 34 साल की भाविना पटेल गुजरात के मेहसाणा की रहने वाली हैं. यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है. महज एक साल की उम्र में उन्हें पोलियो हो गया था.
Tokyo 2020 Paralympics : टोक्यो पैरालंपिक में भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने महिला सिंगल्स क्लास 4 में सिल्वर मेडल जीत इतिहास रच दिया हैं. इसके साथ ही भाविना पैरालंपिक खेलों में भारत की ओर से टेबल टेनिस में मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं. फाइनल में पहुंचने के साथ हीं इतिहास रच चुकी भाविना के पास आज गोल्ड जीतने का मौका था, लेकिन इस खिताबी मुकाबले में उन्हें चीन की यिंग के हाथों सीधे गेम में हार मिली.
इस से पहले भाविना ने सेमीफाइनल मुकाबले में वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर तीन खिलाड़ी चीन की झांग जियाओ को 3-2 से हराकर इतिहास रच दिया था. भाविना के लिए ये टोक्यो पैरालंपिक के मेडल तक का ये सफर आसान नहीं रहा है. यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है.
टोक्यो पैरालंपिक में भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल के रजत पदक जितने पर उनका परिवार गरबा खेल कर जश्न मनाया और लोगो ने आतिशबाजी किया.
टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने रजत पदक जीता. उनके पिता हसमुखभाई पटेल ने बताया, “उसने देश का नाम रोशन किया. वह गोल्ड मेडल नहीं लेकर आईं लेकिन हम रजत पदक से भी खुश है. वापस आने पर हम उसका भव्य स्वागत करेंगे.”
एक साल की उम्र में हुई पोलियो की शिकार
34 साल की भाविना पटेल गुजरात के मेहसाणा की रहने वाली हैं. उनका जन्म 6 नवंबर 1986 को मेहसाणा जिले में वडगर के एक छोटे से गांव में हुआ था. भाविना जब महज एक साल की थी तब ही वो पोलिया की शिकार हो गई थी. उनके माता पिता ने इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए विशाखापट्टन में भाविना का ऑपरेशन भी करवाया, जो कि असफल रहा.
इन सब कठिन हालात में भी भाविना ने अपने जीत के जज्बे को जिंदा रखा. उन्होंने शौकिया तौर पर टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया. उन्होंने व्हीलचेयर से ही टेबल टेनिस खेलना शुरू किया और आगे चलकर इसी को अपना जुनून और करियर बनाने का ठान लिया.
2011 में मिली पहचान जब थाईलैंड में टूर्नामेंट जीता-
साल 2011 में भाविना ने पीटीटी थाईलैंड टेबल टेनिस चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया था. इसके बाद उन्हें देश भर में पहचान मिली. अक्टूबर 2013 में बीजिंग एशियन पैरा टेबल टेनिस चैंपियनशिप में उन्होंने महिलाओं के सिंगल्स क्लास 4 इवेंट का जत पदक जीतकर इतिहास रच दिया. एक समय भाविना दुनिया की दूसरे नंबर की टेनिस खिलाड़ी थीं.