तेहरान : साल 2020 की शुरुआत ईरान में एक हंगामे के साथ हुई और अब इस साल के जाते-जाते यह देश एक बार फिर से खबरों में है। ईरान के टॉप परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या कर दी गई है। इस घटना के बाद से ही एक बार फिर ईरानी नेतृत्व गुस्से में है। ईरान ने इस घटना के पीछे अमेरिका और इजरायल को जिम्मेदार बताया है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पहले से फारस की खाड़ी में ईरान और अमेरिका के बीच तनाव है। ईरान के मिलिट्री कमांडर ने साफ कर दिया है कि उनका देश इजरायल को पछताने पर मजबूर कर देगा।
ईरान के मुताबिक उसके शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसीन फखरीजादेह की हत्या के लिए इजरायल और एक निर्वासित विपक्षी समूह जिम्मेदार हैं और इसके लिए रिमोट से नियंत्रित हथियार का इस्तेमाल किया गया।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक परमाणु वैज्ञानिक फखरीजादेह की अंत्येष्टि के मौके पर सुरक्षा प्रमुख अली शमखानी ने कहा कि हमलावरों ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल किया और वे घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे।
जाने मोहसिन फखरीजादेह को-
मोहसिन फखरीजादेह ईरान के रक्षा मंत्रालय में रिसर्च डिपार्टमेंट के मुखिया भी थे। देश के परमाणु प्रोग्राम में उनका काफी योगदान है। उनकी हत्या इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी के करीब दमवांद कैंपस के करीब हुई है। यह जगह राजधानी तेहरान से करीब 60 किलोमीटर दूर है। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इजरायल को उनकी हत्या के लिए दोषी बताया है। उनकी तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘एक बार फिर वैश्विक घमंड की बुराई के छीटें हम पर पड़े हैं। शहीद मोहसिन फखरीजादेह की हत्या हमारे दुश्मनों की निराशा और उनकी नफरत की गहराई को बयां करती हैं।’ 59 साल के मोहसिन की हत्या के बाद रक्षा मंत्रालय की तरफ से भी बयान जारी किया गया है। मंत्रालय ने कहा है, ‘परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की आज आतंकियों ने हत्या कर दी है।’ विदेश मंत्री जावेद जारीफ ने भी इस हत्या के लिए इजरायल को दोषी दिया है।