संघ प्रमुख मोहन भागवत ने डॉक्टर ख्वाजा इफ्तिकार अहमद की लिखी पुस्तक ‘मीटिंग ऑफ माइंड ए ब्रिजिंग इनीसिएटिव’ का किया विमोचन-

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने डॉक्टर ख्वाजा इफ्तिकार अहमद की लिखी पुस्तक ‘मीटिंग ऑफ माइंड ए ब्रिजिंग इनीसिएटिव’ का किया विमोचन-

जो हिंदू कहता है कि मुसलमानों को भारत में नहीं रहना चाहिए, वह हिंदू नहीं: मोहन भागवत

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गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने रविवार को कहा है कि सभी भारतीयों का डीएनए (DNA) एक है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा, ‘यह सिद्ध हो चुका है कि हम पिछले 40,000 वर्षों से एक ही पूर्वजों के वंशज हैं। भारत के लोगों का डीएनए (DNA) एक जैसा है।

हिंदू और मुसलमान दो समूह नहीं हैं, एकजुट होने के लिए कुछ भी नहीं है, वे पहले से ही एक साथ हैं।

इस अवसर पर संघ प्रमुख ने डॉक्टर ख्वाजा इफ्तिकार अहमद की लिखी पुस्तक ‘मीटिंग ऑफ माइंड ए ब्रिजिंग इनीसिएटिव’ का विमोचन किया।

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RSS प्रमुख मोहन भागवत, गाज़ियाबाद में कहा वोट की राजनीति में हम नहीं पड़ते। राष्ट्र में क्या होना चाहिए, इस बारे में हमारे कुछ विचार हैं। अब एक ताकत बनी है तो वो ठीक हो जाए, इतनी ताकत हम चुनाव में भी लगाते हैं। हम राष्ट्रहित के पक्षधर हैं।

वहीं विश्व हिन्दू परिषद (VHP) से आलोक कुमार,ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर कहा की हम सभी को जोड़ने वाला तत्व भारतीयता है। एक मां की हम सब संतान हैं। सारी व्यवस्थाएं अंबेडकर द्वारा बनाए संविधान से चलती हैंकहा वोट की इसलिए हिन्दू और मुसलमान हम सभी का डीएनए (DNA) एक होने के कारण हम मे कोई मौलिक मतभेद नहीं है।

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