मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जबलपुर बेंच Jabalpur High Court में अधिवक्ता अनुराग साहू की आत्महत्या को लेकर उनके साथी वकीलों ने हाई कोर्ट परिसर में में शव रखकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान हाई कोर्ट परिसर में वकीलों की भारी भीड़ जमा रही।
जबलपुर हाईकोर्ट के वकील अनुराग साहू Advocate Anurag Sahu ने सुसाइड कर लिया है। एक जमानत आवेदन पर सुनवाई के दौरान जस्टिस संजय द्विवेदी ने वकील अनुराग साहू पर विपरीत टिप्पणी कर दी। इससे एडवोकेट अनुराग इतने दुखी हुए कि बाद में आत्महत्या कर ली।
साथी वकील लाश लेकर हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। जज नहीं मिले तो चीफ जस्टिस के कोर्ट में घुस गए वकील। फ़िलहाल हो रहा है हंगामा। न्यायिक इतिहास में अपनी तरह की यह पहली घटना है जब जज द्वारा अनुचित टिप्पणी किए जाने से किसी वकील ने आत्महत्या कर लिया हो।
साथी वकील की लाश लेकर पहले जस्टिस संजय द्विवेदी की कोर्ट में घुसे वकील.. नहीं मिले तो चीफ जस्टिस की कोर्ट में घुसे.. कोर्ट रूम में तोड़फोड़ की खबर है।
चीफ जस्टिस की कोर्ट में भी वकीलों द्वारा तोड़फोड़.. हंगामा… सुरक्षा अधिकारी से भी हाथापाई.. एसटीएफ ने की हाईकोर्ट में मोर्चाबंदी… वकील धरने पर बैठे।
दरअल शुक्रवार को जबलपुर में मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के वकील ने अनुराग साहू ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह कदम अनुराग ने कोर्ट में एक केस की सुनवाई के बाद उठाया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आत्महत्या से पहले वकील अनुराग ने एक रेप के आरोपी पुलिस अफसर संदीप आयाची की जमानत मामले में दूसरे पक्ष के वकील से बहस की थी। इस केस की सुनवाई न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की कोर्ट में हुई। इस बहस के बाद ही अनुराग ने घर जाकर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वकील अनुराग द्वारा उठाए गए आत्महत्या के कदम के बाद वकील भड़क गए और उन्होंने कोर्ट परिसर में शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया।
जबलपुर हाईकोर्ट एक वकील ने जमानत में जज द्वारा विपरीत टिप्पणी किए जाने के बाद आत्महत्या की.. साथी वकील लाश लेकर हाईकोर्ट पहुंचे.. जज नहीं मिले तो चीफ जस्टिस कोर्ट में हो रहा हंगामा.*
वकील धरने पर..आत्महत्या से खफ़ा है वक़ील !
न्यायिक इतिहास में अपनी तरह की पहली घटना.
— Advocate Jabalpur High Court DRT (@AdvocateLogo) September 30, 2022
बताया गया है कि इस दौरान कोर्ट के लेटर बॉक्स में किसी व्यक्ति ने केस से जुड़े तथ्यों को लेकर एक चिट्ठी डाली थी, इस मामले में वकील अनुराग साहू ने कोर्ट से जांच की मांग की थी। इस मांग पर विपक्ष के वकील ने नाराजगी जाहिर की और दोनों में बहस हो गई। बताया गया कि इस बहस के बाद ही वकील अनुराग साहू काफी दुखी हो गए थे। और दुखी मन से ही वे कोर्ट से घर गए थे।