तेलंगाना हाई कोर्ट में मंगलवार को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई, जब एक वरिष्ठ अधिवक्ता को न्यायाधीश के समक्ष बहस के दौरान अचानक हृदयाघात हुआ। अधिवक्ता पी. वेणुगोपाल राव कोर्ट हॉल में ही अचेत होकर गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों ने पुष्टि की कि उनकी मृत्यु दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई।
घटना का विवरण
यह घटना 18 फरवरी को हाई कोर्ट के कोर्ट हॉल नंबर 21 में हुई, जहां अधिवक्ता वेणुगोपाल राव एक मामले पर न्यायाधीश के समक्ष दलीलें प्रस्तुत कर रहे थे। बहस के दौरान, अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वे वहीं गिर पड़े। उपस्थित अधिवक्ताओं और न्यायालय की चिकित्सा टीम ने तत्काल उन्हें चिकित्सीय सहायता प्रदान करने का प्रयास किया।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही मृत्यु
हाई कोर्ट की मेडिकल टीम ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए राव को एंबुलेंस के माध्यम से उस्मानिया अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, जांच के उपरांत चिकित्सकों ने पुष्टि की कि अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी। मेडिकल रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि उनकी मृत्यु का कारण हृदयाघात था।
अधिवक्ता संघ का बयान
तेलंगाना हाई कोर्ट अधिवक्ता संघ के एक वरिष्ठ सदस्य ने इस घटना पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि “करीब 65 वर्षीय अधिवक्ता पी. वेणुगोपाल राव अदालत संख्या 21 में एक मामले की सुनवाई के दौरान अचानक गिर पड़े।” इस दौरान, एक अन्य अधिवक्ता ने उन्हें कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) देने का प्रयास किया, किंतु कोई सुधार नहीं हुआ। उच्च न्यायालय की मेडिकल टीम द्वारा उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी मृत्यु की पुष्टि कर दी।
अदालत की कार्यवाही स्थगित
इस दुखद घटना के कारण हाई कोर्ट में दोपहर की न्यायिक कार्यवाही स्थगित कर दी गई। अधिवक्ता समुदाय में इस घटना को लेकर शोक की लहर है और न्यायालय परिसर में शोक संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
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