आगरा के सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित मंगलम आधार अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 801 में वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील शर्मा जो युवा अधिवक्ता संघ के संरक्षक हैं का निवास था। उनके खिलाफ केके नगर निवासी मनोज कुमार शर्मा ने दो फरवरी को थाना न्यू आगरा में बंधक बनाकर बैनामा कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में शुक्रवार रात को पुलिस उनके घर दबिश देने पहुंची।फ्लैट नंबर 801 में वे और उनकी पत्नी थी जबकि फ्लैट नंबर 802 खाली है। उसमें निर्माण चल रहा है। पुलिस उनके फ्लैट पर दबिश देने पहुंची।
फ्लैट नंबर 802 के नीचे मृत पड़े थे अधिवक्ता सुनील शर्मा-
मंगलम आधार में लोग नीचे टहल रहे थे, अचानक से तेज आवाज हुई। लोगों ने देखा तो फ्लैट नंबर 802 के नीचे वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील शर्मा पड़े हुए थे। पुलिस उन्हें अपनी गाड़ी से एसएन इमरजेंसी ले गई, वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रात में उनके परिजन आ गए, हंगामे की आशंका पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
CCTV की जांच-
किस तरह से यह पूरी घटना हुई, इसके लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए, सीसीटीवी चेक किए गए हैं। साथ ही मंगलम आधार के गार्ड से पूछताछ की गई। इसमें सामने आया है कि 10.45 बजे सात आठ पुलिस कर्मी उनके साथ महिला पुलिस कमीर् भी थी वे मंगलम आधार में आए थे।
सीसीटीवी में भी पुलिस कर्मी जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। रात 11.10 बजे वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील शर्मा फ्लैट से नीचे गिर गए। पुलिस मान रही है कि दबिश के दौरान अधिवक्ता बगल के फ्लैट नंबर 802 में चले गए, फ्लैट में निर्माण चल रहा था, इसी दौरान वे गिर गए। वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील शर्मा की पत्नी सुनीता शर्मा का कहना है कि पुलिस दरबाजा तोड़कर अंदर आई, उस समय पति घर पर नहीं थे, कुछ देर बाद गार्ड ने सुनील शर्मा के गिरने की जानकारी दी।
डीसीपी सिटी सूरज राय का मीडिया से कहना है कि पुलिस दबिश देने गई थी तभी अधिवक्ता की गिरने से मौत हो गई, सीसीटीवी चेक किए जा रहे हैं, अपार्टमेंट के लोगों के बयान लिए जा रहे हैं। अभी जांच चल रही है।
इस मामले में दर्ज हुआ था अधिवक्ता सुनील शर्मा पर मुकदमा-
केके नगर के रहने वाले मनोज शर्मा ने थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया था, इसमें आरोप लगाए थे कि 31 जनवरी की सुबह वे दीवानी गए थे, दीवानी के बाहर से उनका अपहरण कर लिया। लायर्स कॉलोनी स्थित एक तीन मंजिला अपार्टमेंट के फ्लैट में ले गए, रिवाल्वर तान दी और गला घोटने के प्रयास किए गए, लिखित स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करा लिए। अंगूठे की निशाली ले ली, आरोप लगाया कि कूटरचित दस्तावेज बनाकर भावना एस्टेट के पास स्थित 1107 गज मीन को अपने नाम करा लिया। इस मामले में युवा अधिवक्ता संघ के संरक्षक सुनील शर्मा और मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा सहित पांच नामजद और 2025 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील शर्मा के घर दबिश देने पहुंची थी।