बिना बात के पुलिस द्वारा वकीलों को पीटने पर, आक्रोशित हुए अधिवक्ता, एसएचओ को ‘सस्पेंड नहीं करने पर होगा आंदोलन’

बिना बात के पुलिस द्वारा वकीलों को पीटने पर, आक्रोशित हुए अधिवक्ता, एसएचओ को ‘सस्पेंड नहीं करने पर होगा आंदोलन’

Police Beat Advocate in Ayodhya वकीलों के पुलिस पिटाई के सन्दर्भ में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कालिका मिश्र के नेतृत्व में हजारों की संख्या में वकीलों ने रिकाबगंज सहादतगंज मार्ग अयोध्या कचहरी के पास जाम कर दिया।

घटना अयोध्या जनपद के रौनाही थाने के SHO संतोष सिंह पर तीन वकीलों को पीटने का आरोप लगा है। इसके साथ सभी वकीलों ने अयोध्या पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल थाना रौनाही के शेखपुर जाफर गांव में जमीन के विवाद में पुलिस मौके पर पहुंची थी।

आरोप है कि रौनाही पुलिस ने मौके पर मौजूद तीनों वकीलों को पीट दिया और विरोधी पक्ष के लोग वकील का घर घेर रहे, लेकिन रौनाही पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। साथ ही आरोप है कि उच्च अधिकारियों को फोन किया गया तो फोन रिसीव नहीं हुआ जिसके बाद वकील आंदोलित हुए और रिकाबगंज सहादतगंज रोड जाम कर दिया।

SHO को निलंबित करने की मांग-

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कालिका मिश्रा ने कहा कि जब तक SHO रौनाही संतोष सिंह को निलंबित नहीं किया जाएगा तब तक वकीलों का आंदोलन चलता रहेगा। यही नहीं आंदोलन के तहत DM और SSP का आवास भी घेरा जाएगा। वकीलों ने ऐलान किया है कि कार्रवाई नहीं होने तक थाना रौनाही को भी घेरा जाएगा। फिलहाल मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही। हालांकि इस पूरे मामले पर पुलिस अधिकारियों ने बयान देने से मना कर दिया।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कालिका मिश्र ने कहा कि वकील को मारा गया है। पहले से भी जब SO शमशेर बहादुर सिंह थे, उन्होंने लोगों को मारा था। आजे के डेट में पुलिस प्रशासन ने उसके घर को गिरवा दिया और खड़े होकर के तीन वकीलों को पिटवा दिया। उन्होंने कहा कि 200 लोगों ने घर को घेर कर रखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दंगाइयों को हटाने की वजह मारपीट को प्रेरित किया, जिसमें 3 वकील घायल हुए, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि एसएसपी साहब को फोन किया, उनके पीआरओ बार-बार फोन को उठाते रहे, लेकिन कोई भी एक्शन नहीं लिया गया, ना ही फोन उठाया गया ना ही कार्रवाई की गई। 112 को भी सूचना दी गई, CO को भी सूचना दी गई, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।

ALSO READ -  SC ने कहा कि यदि प्रत्यक्ष साक्ष्य में विश्वसनीयता का अभाव है या विसंगतियां हैं तो बैलिस्टिक साक्ष्य को छोड़ना अभियोजन के लिए घातक है,जाने विस्तार से

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि आज कमिश्नर और कप्तान से बात करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसओ रौनाही को अगर निलंबित नहीं करेंगे तो कल से आंदोलन होगा और महापंचायत का भी आंदोलन होगा। कल एसएसपी का बंगला, जिला अधिकारी का बंगला घेरा जाएगा।

Translate »
Scroll to Top