केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Beuro of Investigation) ने भारतीय स्टेट बैंक (STATE BANK OF INDIA) और सात अन्य कंसोर्टियम बैंकों से 862 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी के मामले में सोमवार को मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में कम से कम नौ आधिकारिक और आवासीय परिसरों पर छापेमारी की.
छापेमारी ट्राइमैक्स आईटी इन्फ्रास्ट्रक्च र एंड सर्विसेज लिमिटेड (TISL), इसके प्रबंध निदेशक सूर्य प्रकाश मद्रेचा, निदेशक चंद्र प्रकाश मद्रेचा और अन्य अज्ञात अधिकारियों और निजी व्यक्तियों के खिलाफ लक्षित थी.
2009-2017 के बीच बैंक और उसके अन्य कंसोर्टियम सदस्य-बैंकों को धोखा देने के आरोपी के खिलाफ एसबीआई द्वारा शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई.
एसबीआई SBI ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इस अवधि के दौरान, अभियुक्तों को कंसोर्टियम बैंकिंग के तहत क्रेडिट सुविधाएं स्वीकृत की गईं और इन्हें नियमित रूप से बढ़ाया गया.
हालांकि, कंपनी के एमडी और निदेशकों ने बहिखातों में हेरफेर करने की साजिश रची और जारी की गई धनराशि को डायवर्ट कर दिया, जिससे सात बैंकों को नुकसान हुआ.
आरोप के अनुसार, दिवालियेपन की कार्यवाही से गुजरते हुए, टीआईआईएसएल ने सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क चलाने के लिए एक सरकारी कंपनी को विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को आईटी सहायता प्रदान की और सिंगापुर में इसका संचालन किया.