सीनियर सिविल जज (पश्चिम) रचना तिवारी लखनपाल और उनके वकील पति आलोक लखनपाल पर आय के ज्ञात स्रोतों से 283 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।
तीस हजारी कोर्ट नई दिल्ली में सीनियर सिविल जज (पश्चिम) रचना लखनपाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
CBI ने उनके और उनके वकील पति के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के उल्लंघन में प्राथमिक दर्ज की है। दोनों रिश्वतखोरी के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
दर्ज एफआईआर के अनुसार, रचना लखनपाल ने जुलाई 2006 और सितंबर 2016 के बीच अपने पति, अधिवक्ता आलोक लखनपाल के नाम पर बड़ी संपत्ति अर्जित की। दोनों ने संबंधित अवधि के दौरान कुल 2.99 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति अर्जित की।
प्रासंगिक अवधि की शुरुआत में लखनपाल और उनके पति के पास 1.09 लाख की संयुक्त चल संपत्ति थी। चेक अवधि के अंत में यह बढ़कर 3.53 करोड़ हो गया।
प्राथमिकी में कहा गया है कि निर्दिष्ट अवधि के दौरान उनकी आय 1.05 करोड़ थी और उनका व्यय 51.73 लाख था। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि रचना तिवारी लखनपाल ने विभाग को 94.09 लाख रुपए की बेहिसाब नकदी के बारे में सूचित नहीं किया जो घर की तलाशी से बरामद की गई थी और दिल्ली के न्यू राजेंद्र नगर के मकान संख्या R-546 के 1.60 करोड़ रुपए की राशि के वास्तविक मूल्य के बारे में भी छुपाया गया था।
जानकारी हो कि सीनियर जज रचना लखनपाल और उनके वकील पति आलोक को 2016 में एक अनुकूल निर्णय देने के लिए 4 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उस मामले में बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। ट्रैप के दिन रचना और आलोक लखनपाल के घर की तलाशी के दौरान 94.09 लाख रुपए बरामद हुए थे, जो उनके मास्टर बेडरूम की आलमारी में रखे गए थे।
जांच के दौरान एजेंसी को एक CCTV FOOTAGE मिला, जिससे पता चला कि लखनपाल ने कथित तौर पर रकम को ठिकाने लगाने का भी प्रयास किया था।