काला कोट पहनकर वकालत करने वालो पर उत्तर प्रदेश बार कौंसिल ने बेहद ही सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। यूपी बार काउंसिल के अनुसार वकील के रूप में ठेकेदारी, गैर इरादतन कब्जा करने आदि अराजकता फैलाने वाले दर्जनभर लोगों का पंजीकरण रद किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश के हर जिला बार के माध्यम से वकीलों की कार्यप्रणाली पर पैनी नजर रखी जा रही है। वकालत के इतर गैरकानूनी काम करने वालों की पहचान करके काउंसिल उनका पंजीकरण व COP (Certificate of Practice) नंबर निरस्त करके कानूनी कार्रवाई करेगी।
यूपी बार काउंसिल को कुछ अधिवक्ताओ के खिलाफ मिली है शिकायत-
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से UP Bar Council यूपी बार काउंसिल को कुछ वकीलों के खिलाफ गैरकानूनी काम करने की शिकायत मिली है। काउंसिल का मानना है कि चंद लोगों के अनैतिक कार्य करने से पूरे अधिवक्ता समाज की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसके चलते हर व्यक्ति वकीलों को गलत नजर से देखने लगता है। यही कारण है कि शिकायत को गंभीरता से लेकर जांच कराई जा रही है। इसके लिए सारे अधिवक्ताओं को सीओपी नंबर लेने का निर्देश दिया गया है। साथ ही सबकी कार्यप्रणाली पर नजर रखी जा रही है।
अध्यक्ष यूपी बार काउंसिल ने दिखाई सख्ती-
यूपी बार काउंसिल के अध्यक्ष श्रीश मल्होत्रा का कहना है कि हर वकील अपने पेशे के प्रति ईमानदार व अनुशासित होते हैं। केस से इतर सोचने व करने का उनके पास समय नहीं होता। वकील दूसरों को गैरकानूनी काम करने से रोकते हैं। कुछ अराजकतत्व काला कोट पहनकर गलत कार्य करते हैं तो उससे वकीलों के पूरे समाज की छवि खराब होती है। ऐसी स्थिति खत्म करने के लिए काउंसिल ने गलत लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रदेश के हर जिला बार के अध्यक्ष से रिपोर्ट मांगी गई है। इसमें गलत काम करने वाले वकीलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।