तारिक को जानकारी मिली थी कि उक्त पत्र वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष निसार अहमद द्वारा टाइप कराकर फर्जी राजेश मेहरा के नाम से पोस्ट किए गए हैं।
फर्जी नाम से न्यायाधीशों के पास वकीलों की शिकायत करने वाले भोपाल Waqf Board के भूतपूर्व अध्यक्ष और सेवानिवृत्त भारतीय प्रशाशनिक सेवा (IAS) के अधिकारी निसार अहमद के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया है। अहमद अपने बेटे के अस्पताल की वकीलों द्वारा की गई शिकायत से नाराज थे।
सूत्रों द्वारा क्राइम ब्रांच के मुताबिक वकील तारिक सिद्दीकी ने शिकायत की थी कि उन्हें बाग मुगालिया निवासी अधिवक्ता राजेश मेहरा द्वारा भेजे गया पत्र मिला था, जिसमें तारिक के खिलाफ अशोभनीय और झूठे आरोप लगाए गए थे। साथ की मामले में कोर्ट के अन्य न्यायाधीशों और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भी शिकायत की गई थी।
जब तारिक द्वारा मेहरा के संबंध में छानबीन की गई तो उस नाम को भोपाल कोर्ट में कोई वकील नहीं था। तारिक को जानकारी मिली थी कि उक्त पत्र वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष निसार अहमद द्वारा टाइप कराकर फर्जी राजेश मेहरा के नाम से पोस्ट किए गए हैं।
निसार अहमद ने ऐसा क्यों किया-
कुछ लोगों ने निसार अहमद के पुत्र के हॉस्पिटल में इलाज कराया था। मरीजों ने इस संबंध में वकील तारिक सिद्दीकी से अपनी समस्या बताई थी। इसके बाद सिद्दीकी ने आयुष्मान घोटाले का प्रकरण कोर्ट में लगाया था। निसार ने वकीलों व जज की प्रतिष्ठा खराब करने के लिए कोर्ट में फर्जी बातें लिखकर दूसरे व्यक्ति के नाम से कई पत्र भेजे हैं।