आरएसएस की तुलना तालिबान से करने में जावेद अख्तर गलत : शिवसेना

Estimated read time 1 min read

मुंबई : शिवसेना ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तालिबान से तुलना करने में गीतकार जावेद अख्तर ‘‘पूरी तरह से गलत’’ थे।

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है, ‘‘आप कैसे कह सकते हैं कि हिंदू राष्ट्र की अवधारणा का समर्थन करने वाले तालिबानी मानसिकता के हैं? हम इससे सहमत नहीं हैं।’’

अख्तर ने हाल ही में एक समाचार चैनल से कहा था कि पूरी दुनिया में दक्षिणपंथियों में एक अनोखी समानता है। गीतकार ने आरएसएस का नाम लिये बिना कहा था, ‘‘तालिबान एक इस्लामी देश चाहता है। ये लोग एक हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं।’’

‘सामना’ के संपादकीय में उनकी टिप्पणी का उल्लेख करते हुए कहा गया है, ‘‘भले ही जावेद अख्तर एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं और कट्टरता के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन उनका आरएसएस की तुलना तालिबान से करना पूरी तरह से गलत है।’’

‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है कि हिंदू राष्ट्र का प्रचार करने वालों का रुख उदार है। इसमें कहा गया ‘‘जिस विभाजन के कारण पाकिस्तान का निर्माण हुआ वह धर्म पर आधारित था। जो लोग हिंदू राष्ट्र का समर्थन करते हैं, वे बस यह चाहते हैं कि बहुसंख्यक हिंदुओं को दरकिनार न किया जाए। हिंदुत्व एक संस्कृति है और समुदाय के लोग इस संस्कृति पर हमला करने वालों को रोकने के अधिकार की मांग करते हैं।’’

शिवसेना के मुखपत्र में आगे कहा गया है कि हिंदुत्व की तालिबान से तुलना करना हिंदू संस्कृति का ‘‘अपमान’’ है।

ALSO READ -  रोहिंग्या घुसपैठियों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहते हुए किया याचिका खारिज-

इसमें कहा गया, ‘‘एक हिंदू बहुल देश होने के बावजूद, हमने धर्मनिरपेक्षता का झंडा फहराया है। हिंदुत्व के समर्थक केवल यही चाहते हैं कि हिंदुओं को दरकिनार न किया जाए।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘आपका आरएसएस के साथ मतभेद हो सकता है, लेकिन उनके दर्शन को तालिबानी कहना पूरी तरह से गलत है।’’(भाषा)

You May Also Like