अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) शनिवार सुबह कई बम धमाकों से दहल गई. जानकारी के मुताबिक एक के बाद एक कई रॉकेट से हमले हुए और उसके बाद दो बम धमाके भी सुने गए हैं. इस हमले में अभी तक किसी की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन धमाकों की भयावहता को देखते हुए कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक कई रॉकेट उस अति सुरक्षा वाले ग्रीन जोन में आकर गिरे, जहां कई देशों के दूतावास और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय हैं.
काबुल पुलिस ने भी हमले की पुष्टि की है. उसकी ओर से कहा गया है कि कई रॉकेट दागे गए हैं. सोशल मीडिया पर वायरल कुछ तस्वीरों में वहां स्थित अस्पताल को भी भारी नुकसान होता दिख रहा है. इससे पहले अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि काबुल में दो छोटे बम विस्फोट हुए हैं, जिनमें से एक से पुलिस वाहन को नुकसान पहुंचा. इस हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई जबकि तीन घायल हुए.
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. हालिया समय में अफगानिस्तान में स्थिति काफी खराब हुई है. आतंकी आए दिन यहां आम लोगों को निशाना बना रहे हैं. हालांकि तालिबान (Taliban) ने अमेरिका (USA) के साथ शांति समझौता किया है और वह लगातार शहरी क्षेत्रों में हमला नहीं करने की बात कहता रहा है. मगर काबुल प्रशासन का कहना है कि तालिबान मुंह पर तो शांति की बात कर रहा है, लेकिन इन हमलों के पीछे वही है. तालिबान और अफगान सरकार के पीछे सितंबर में शांति वार्ता हुई थी, लेकिन यह बातचीत बहुत ही धीमी गति से आगे बढ़ रही है.
यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) तालिबान और अफगानिस्तान के बीच सुलह कराने वाले लोगों से चर्चा के लिए आने वाले हैं. अमेरिका के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक पोम्पियो दोहा में दोनों पक्षों से अलग-अलग बातचीत करेंगे. अमेरिका अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को भी वापस बुलाने की तैयारी में है. पेंटागन के मुताबिक जल्द ही 2000 अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से लौटेंगे.
अफगान सरकार के मुताबिक पिछले छह महीने में तालिबान अफगानिस्तान में 53 आत्मघाती हमलों को अंजाम दे चुका है. इसके अलावा 1250 से ज्यादा धमाके कराए हैं, जिनमें 1210 आम नागरिकों की जान गई. इसके अलावा 2500 से ज्यादा लोग घायल हुए.
वही जानकारी हो कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान एक दिन पहले अफगानिस्तान के प्रधानमंत्री घानी से मिले थे और आतंकवाद कम करने में सहायता की बात कही और आज आतंकवादी विस्फोट हो गया.
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