ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष विख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक (Kalbe Sadiq) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है. उनकी हालत गम्भीर थी. मौलाना कल्बे सादिक राजधानी लखनऊ स्थित एरा मेडिकल कॉलेज में पिछले करीब डेढ़ महीने से भर्ती थे. मौलाना सादिक के बेटे कल्बे सिब्तैन ने बुधवार को बताया था कि निमोनिया की गम्भीर बीमारी से जूझ रहे उनके 82 वर्षीय पिता की हालत अब भी गम्भीर, मगर स्थिर है.
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नूरी ने बताया था कि उनके पिता को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. हालांकि कोविड—19 जांच रिपोर्ट में उनमें इस संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. उनके रक्तचाप और आक्सीजन के स्तर में लगातार गिरावट होने पर उन्हें पिछले हफ्ते आईसीयू में दाखिल किया गया था.
आपको बता दें कि मौलाना कल्बे सादिक देश के सबसे बड़े मजहबी रहनुमा थे और उनकी शिया सुन्नियों को एक करने की कोशिशों को हमेशा याद किया जाएगा. इसके अलावा उनके पास धर्म का बेहतर ज्ञान था. कहा यह भी जाता है कि मौलाना कल्बे सादिक उर्दू बोलने वाले दुनिया के सबसे बड़े शिया धर्मगुरु थे.