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वसीम रिजवी के हिंदू बन जाने से, पत्नी-बच्चों के कानूनी एवं सामाजिक अधिकारों पर क्‍या होगा जानिए-

परिवार में संपत्ति, शादी, तलाक समेत हर तरह की प्रक्रिया परिजनों के मुस्लिम धर्म के मुताबिक ही चलेगी शिया वक्‍फ […]

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POLICE CUSTODY और JUDICIAL CUSTODY में फर्क, आइये विस्तार से जानते है-

अभी जल्द ही उच्च न्यायलय ने अबू सलेम मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा

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यानी चिट्टा कोई एक ड्रग नहीं है। वह हेरोइन भी हो सकता है मेथाम्फेटामीन भी MDMA भी और LSD भी।
Article, jplive24

ड्रग्स में आजकल जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है, वह है ‘चिट्टा’, जानिए, ये चिट्टा आखिर है क्या-

यानी चिट्टा कोई एक ड्रग नहीं है। वह हेरोइन भी हो सकता है, मेथाम्फेटामीन भी, MDMA भी और LSD भी।

ड्रग्स में आजकल जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है, वह है ‘चिट्टा’, जानिए, ये चिट्टा आखिर है क्या- Read Post »

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Article, jplive24

NDPS Act : कितनी मात्रा में ड्रग्स रखना कानूनन अपराध ? क्या है NCB, कैसे काम करती है ? बिना वारंट तलाशी और गिरफ्तारी का अधिकार, जाने विस्तार से-

Narcotics Drugs and Psychotropic Substances Act, 1985 NDPS Act की धारा 42 के तहत अधिकारी को बगैर किसी वारंट या

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“साक्षी” “न्याय प्रणाली की आंख और कान हैं”, अतः गवाहों की सुरक्षा के लिए ‘गवाह सुरक्षा योजना, 2018’-

जघन्य अपराधों के मामले में साक्षी अपनी जान माल के खतरे के कारण मुकर जाते हैं – सुप्रीम कोर्ट ने

“साक्षी” “न्याय प्रणाली की आंख और कान हैं”, अतः गवाहों की सुरक्षा के लिए ‘गवाह सुरक्षा योजना, 2018’- Read Post »

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Evidence Act की धारा 106 उन मामलों पर लागू होगी जहां अभियोजन पक्ष उन तथ्यों को स्थापित करने में सफल रहा है – उच्चतम न्यायालय

सर्वोच्च अदालत ने कहा है कि साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 106 के तहत अभियुक्त के भार को निभा पाने

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