जस्टिस संजीव खन्ना नेमुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के कानून के जबरदस्त जानकार और विशेषज्ञ होने पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सीजेआई ने जज के तौर पर अहम फैसले सुनाते समय अपने पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन को बहुत संतुलित तरीके से साधा।
सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने CJI Dr. डीवाई. चंद्रचूड़ के विदाई समारोह में उनकी जमकर तारीफ की और उनके योगदान को लेक भावपूर्ण भाषण दिया। जस्टिस खन्ना ने कहा कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने शीर्ष अदालत को बेहतर बनाने के मिशन पर काम किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीजेआई चंद्रचूड़ के पद से हटने से सुप्रीम कोर्ट में एक खालीपन रहेगा और यह खालीपन हमें सोमवार से महसूस होगा।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) की तरफ से सीजेआई चंद्रचूड़ के लिए आयोजित विदाई समारोह में जस्टिस खन्ना ने अपने भाषण में कहा, “जब न्याय के जंगल में एक विशाल पेड़ पीछे हटता है, तो पक्षी अपने गीत बंद कर देते हैं, और हवा अलग तरह से चलने लगती है। अन्य पेड़ खाली जगह को भरने के लिए अपनी जगह बदलते और समायोजित करते हैं। लेकिन जंगल फिर कभी वैसा नहीं रहेगा।”
SUPREME COURT के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 को रिटायर हो जाएंगे। अपने विदाई समारोह में सीजेआई चंद्रचूड़ भावुक हो गए और उन्होंने न्यायपालिका में अपने लंबे अनुभव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने उन्हें जो सम्मान और अवसर दिए, वह जीवनभर याद रहेगा। चंद्रचूड़ ने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले सुनाए और न्याय व्यवस्था को मजबूत किया। उन्होंने न्यायिक स्वतंत्रता और संवैधानिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए काम किया। इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायधीशों, वकीलों और कर्मचारियों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दीं। सीजेआई के रिटायरमेंट के बाद उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनकी कार्यशैली को न्यायपालिका में प्रेरणा के रूप में देखा जाएगा।
उन्होंने कहा, “सोमवार से हम इस बदलाव को गहराई से महसूस करेंगे, इस न्यायालय के बलुआ पत्थर के स्तंभों में एक खालीपन गूंजेगा, बार और बेंच के सदस्यों के दिलों में एक शांत गूंज होगी।”
जस्टिस खन्ना ने चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ के कानून के जबरदस्त जानकार और विशेषज्ञ होने पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सीजेआई ने जज के तौर पर अहम फैसले सुनाते समय अपने पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन को बहुत संतुलित तरीके से साधा।
भारत के अगले सीजेआई संजीव खन्ना ने कहा, “संवैधानिक पीठ के 38 फैसले, जिनमें से दो आज सुनाए गए। यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जो कभी नहीं टूटेगा।” उन्होंने कहा कि जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट को सभी के लिये सुलभ और समावेशिता का अभयारण्य बनाने के अपने लक्ष्य का पीछा किया।