श्रीकरणपुर इलाके में वरिष्ट अधिवक्ता के सुसाइड करने मामले में कार्रवाई नहीं होने से गुस्साए वकीलों ने गुरुवार को एसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच नोकझोंक हुई.
श्रीगंगानगर जिले के श्रीकरणपुर तहसील के गांव पांच ओ में एक वरिष्ट अधिवक्ता ने खुदकुशी कर ली. आत्महत्या करने वाली जगह पर परिजनों को एक सुसाइड नोट मिला है. बताया जा रहा है कि प्राप्त इस सुसाइड नोट में तहसीलदार और एक अन्य व्यक्ति को सुसाइड के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. वहीं, परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी की नहीं हो जाती तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे.
माना जा रहा है कि सीनियर एडवोकेट सुरेंदर पाल सिंह कुछ दिन पहले अपने काम के लिए तहसीलदार के पास गए थे. काम नहीं होने से परेशान होकर उन्होंने यह कदम उठाया. एडवोकेट सुरेंद्र पाल सिंह ने पिछले 40 साल तक श्रीकरणपुर इलाके में वकालत की थी. वह श्रीकरणपुर के एडीजे कोर्ट में दो बार एपीपी भी रह चुके थे. बुधवार शाम सुरेंद्र पाल सिंह के पड़ोस में सुखमणि साहब का पाठ था. परिवार के लोग वहां गए थे. इस दौरान सुरेंद्र पाल सिंह ने आत्महत्या कर लिया.
बार संघ ने गुरुवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. श्रीकरणपुर बार संघ अध्यक्ष जगदीश डाबला ने कहा, करप्शन के कारण अधिवक्ता सुरेंदर पाल सिंह को यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा, लेकिन जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक बार संघ चुप नहीं बैठेगा. वहीं, एसपी पेरिस देशमुख ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है.