सऊदी अरब ने घोषणा की है कि वो ‘कफ़ाला’ सिस्टम के तहत लगाई जाने वाली कुछ पाबंदियों को हटाएगा, जिससे मज़दूरों के जीवन पर नौकरी देने वाले व्यक्ति या कंपनी का नियंत्रण कम हो जाएगा.
‘कफ़ाला’ सिस्टम में बदलाव का असर क़रीब एक करोड़ विदेशी मज़दूरों के जीवन पर पड़ सकता है.
इन सुधारों के बाद अब निजी सेक्टर में काम कर रहे मज़दूर अपने मालिक की मर्ज़ी के बिना नौकरी बदल सकते हैं और देश छोड़ कर जा सकते हैं.
सऊदी सरकार का कहना है कि उसकी कोशिश है कि “मज़दूरों की क्षमता बढ़ाई जाए और काम के माहौल को और बेहतर बनाया जाए.”
एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने सरकार के इस क़दम का स्वागत किया है, लेकिन चेतावनी दी है कि इस सिस्टम के कुछ हिस्से बरकरार रखे गए हैं. वो कहते हैं कि इस सिस्टम को पूरी तरह ख़त्म कर दिया जाना चाहिए.