उन्नाव केस में मीडिया को परिवार से मिलने पर रोक, धरने पर बैठे ग्रामीण

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यूपी में अपराधों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार एक के के बाद एक आपराधिक घटना को अपराधी अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में कानपूर के उन्नाव जिले में लड़कियों की मौत का मामला बढ़ता नज़र आ रहा है। बुआ-भतीजी के शव व चचेरी बहन के गंभीर हालत में मिलने से हर कोई हैरान है। इस घटना में दो लड़कियों की मौत हो चुकी है जबकि तीसरी लड़की कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। विपक्ष इस मामले में लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहा है। बबुरहा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। जिसकी वजह से मीडिया मृतकों के परिवारीजनों से मिलने में असमर्थ हैं।

इस मामलें पर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा- उन्नाव केस की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा सबसे जरूरी है बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से एआईआईएमएस दिल्ली लाया जाए। उत्तर प्रदेश सरकार का अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है। कहा कि सरकार जान ले उन्नाव में हम, हाथरस नहीं दोहराने देंगे।

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