नई दिल्ली । एलएसी पर भारत और चीन की सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया का पहला चरण पूरा होने के करीब है। अगस्त, 2020 में छठे दौर की सैन्य वार्ता तक चीन पूरी अकड़ में रहा लेकिन सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे की अगुवाई में चले ‘ऑपरेशन स्नो लेपर्ड’ ने चीन की हर चाल को बेनकाब करके सीमा पर पासा पलट दिया। इसी का नतीजा रहा कि अगली तीन वार्ताओं में चीन को भारत से समझौता करने के लिए घुटने टेकने पड़े।
चीन ने अब खुद ही तंबू उखाड़े, बंकर तोड़े और पैन्गोंग झील के दोनों किनारों को खाली करके उसे वापस अपनी हद में जाना पड़ा है। ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में शामिल रहे भारतीय सेना के 37 जवानों को इस साल वीरता पुरस्कार भी दिया गया है।