बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन पर बात करते हुए कहा कि सरकार को किसानों की वास्तविक मांगों को सुनना चाहिए. अनुपम खेर ने कहा कि किसानों का विरोध कभी-कभी राजनीति से प्रेरित दिखता है, लेकिन उनकी वास्तविक मांगों को सरकार को सुनना चाहिए. हालांकि, विरोध में दिखाए गए खालिस्तानी झंडे चिंता का विषय हैं.
अनुपम खेर ने किसानों के लेबलिंग पर बात करते हुए कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग से मेरी कोई सहमति नहीं है. किसानों के लिए किसी ने टुकड़े-टुकड़े गैंग और खालिस्तानी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है. कुछ लोग हैं ऐसे जिन्होंने खुद पर ही यह लेबल लगाकर रखा है. जो किसान हैं उनपर कोई लेबल नहीं लगा रहा है.
उन्होंने कहा कि यह देखकर बहुत ही दुख हो रहा है कि राजनीति से प्रेरित लोगों द्वारा किसानों की असल समस्याओं को हाईजैक किया जा रहा है. लोग अंधे नहीं हैं कि उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा कि असल प्रदर्शन को हाईजैक किया जा रहा है. हमारे देश में तो किसानों को भगवान माना जाता है. वो तो अन्नदाता हैं. मैं उनका बहुत शुक्रगुजार हूं कि वह हमारे देश के लिए इतना कर रहे हैं.
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