गाजियाबाद: गाजियाबाद से दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया है कल शुक्रवार देर रात कुछ बिगड़े शहज़ादों ने कविनगर जैन मंदिर के सामने एक दिव्यांग पर कार चढ़ा दी। यह हादसा इतना भीषण था कि दिव्यांग अपने रिक्शा समेत सड़क से करीब 10 फुट दूर जा गिरा और कार करीब 50 मीटर आगे जाकर पलटी खा गई। इस हादस को देखकर वहां आस पास मौजूद लोग दिव्यांग की मदद के लिए आगे आये तो उल्टा उन बिगड़े रहीसों ने लोगों को दौड़ना और पीटना शुरू कर दिया।
इतना ही नहीं बल्कि लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को भी फोन किया, लेकिन घटना के करीब 25 मिनट बाद डायल-112 की गाड़ी पहुंची। जबकि संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को पहुंचने में करीब 40 मिनट लग गए। बताया गया कि कार से कुछ खाली बोतलें और गिलास भी मिले हैं।रात करीब 10 बजे लग्जरी कार सवार कविनगर निवासी युवक तीन दोस्तों के साथ नासिरपुर फाटक की तरफ से नया रेलवे स्टेशन की तरफ आ रहा था। कार की रफ्तार काफी ज्यादा थी। जैन मंदिर के सामने घर लौट रहे अवंतिका-47 निवासी दिव्यांग नीरज कुमार पर पीछे से कार चढ़ा दी। हादसा इतना भीषण था कि रिक्शा सड़क से 10 फुट दूर रेलवे लाइन की दीवार से जा टकराया।लोगों ने वहां कई लोगों से घायल व्यक्ति को अस्पताल पहचानें के लिए मदद मांगी लेकिन किसी ने गाड़ियां नहीं रोकीं। एक कार चालक ने कार रोकी लेकिन जैसे ही पता चला कि दिव्यांग को अस्पताल पहुंचाना है तो अपनी गाड़ी का सेंट्रल लॉक ही नहीं खोला। इसी बीच एक ई-रिक्शा चालक को रोका गया जसीपर काफी सामान था काफी मिन्नतों के बाद चालक ई-रिक्शा से ले जाने को राजी हुआ।जैसे तैसे अस्पताल लेकर गए लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती करने से मन कर दिया गया। जसिके बाद मददगार लोग दिव्यांग को एमएमजी जिला अस्पताल ले गए।जहां पर चिकित्सकों ने कहा कि जब तक पेपर नहीं आ जाते हैं तब तक भर्ती नहीं किया जा सकता। अंत मेंदिव्यांग को नेहरूनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहाँ उसका इलाज चल रहा है।