भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल में एक और मील का पत्थर जोड़ते हुए भारतीय नौसेना ने दिनांक 12 फरवरी 2021 को कोलकाता के मैसर्स टीटागढ़ वैगन लिमिटेड के साथ पांच डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (डीएससी) के निर्माण के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस अनुबंध के अंतर्गत पांच डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (डीएससी) के निर्माण की परिकल्पना की गई है। एक बार कमीशन होने के बाद डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (डीएससी) कमांड क्लीयरेंस डाइविंग टीमों (सीसीडीटी) के अभियान की ज़रूरतों को पूरा करेंगी जो सभी जहाजों को पानी की सतह के भीतर मरम्मत, रख-रखाव और बचाव के लिए बंदरगाह के अंदर और बंदरगाह के निकट गोताखोरी सहायता प्रदान करने का काम करती हैं।
डाइविंग ऑपरेशन करने के लिए अत्याधुनिक डाइविंग उपकरण और पुर्ज़ों के साथ फिट डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट डाइविंग परिचालनों के संचालन में एक गेम चेंजर साबित होगा और भारतीय नौसेना के डाइविंग कैडर के प्रशिक्षण के संचालन के लिए एक आदर्श मंच के रूप में कार्य करेगा।