लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संवाद करने के बाद किसानों ने कहा कि पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने उन्हें इतना सम्मान दिया। इसके लिए किसानों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को प्रदेश के कई किसानों को अपने आवास पर संवाद के लिए बुलाया था। इस दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि फसल जलाने के कारण किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की बात कही। साथ ही गन्ना मूल्य में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया। इसके अलावा यह भी आश्वासन दिया कि बिजली बिल बकाए के कारण एक भी किसान का विद्युत कनेक्शन नहीं कटेगा।
जाड़ा, गर्मी और बरसात में समानभाव से खेत में पसीना बहाकर देश का पेट भरने वाले किसानों के लिए आज का दिन सचमुच यादगार हो गया। मुख्यमंत्री आवास में सीएम योगी से बातचीत करने के बाद उनके चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी। सीएम योगी से बात करते हुए किसानों ने कुछ समस्याएं भी बताईं तो किसान हितों की सुरक्षा करने के लिए पीएम मोदी-सीएम योगी की जोड़ी को धन्यवाद भी दिया।
एक नजर में किसानों की बात, किसानों की जुबानी…
राम शरण वर्मा, बाराबंकी – 32 साल से खेती कर रहा हूं। बहुत से वादों-दावों को देखा सुना है। पर आज जो हो रहा है, कभी नहीं हुआ। किसान सम्मान निधि जैसे प्रयास किसानों के खाद बीज के लिए पैसों की चिंता खत्म करने वाले हैं। कृषि उपकरणों पर 80 फीसदी तक सरकारी अनुदान यही सरकार दे रही है। आज किसान देश में कहीं भी अपनी फसल बेच सकता है, कहीं कोई रोक नहीं। मैं खुद अपना उपजाया हुआ केला पंजाब में बेचता हूँ। सीधे हमारे खाते में एमएसपी की रकम आ रही है। यह सपना सच होने जैसा है। मोदी-योगी को बहुत धन्यवाद।
देवेंद्र गुर्जर, बागपत- हम बागपत वाले हैं। अपराधियों का खौफ हमने झेला है। अब तक बातें होती थीं आज काम हो रहा है। एक वक्त था कि रात में पांच घण्टे लाइट आती थी, किसान सोए या ट्यूबवेल से पानी चलाये। जान-माल का खतरा अलग से। आज 02 बजे रात में भी निश्चिंत होकर कहीं आइए जाइये, कोई डर नहीं। बिजली भरपूर मिल रही।
हरवीर सिंह, सहारनपुर – योगी जी उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने वाले हैं। गन्ना किसानों का बकाया खत्म हुआ। हमारी दुश्वारी खत्म हुई। बस अनुरोध है कि बिजली बिल बकाए पर कनेक्शन न कटे। फसल अवशेष जलाने पर दंड न मिले। मुझे पूरा भरोसा है कि योगी जी हमारी बात जरूर मानेंगे।
धर्मपाल मौर्य, लखीमपुर खीरी – कभी सपने में नहीं सोचा था कि मुख्यमंत्री आवास पर सम्मान होगा। योगी जी ! आपके राज में गेहूं बुवाई समय से हुईं। गन्ना के लिए ईआरपी प्रणाली की जितनी सराहना की जाए कम है। बिचैलिए खत्म करा दिए आपने। आपकी सट्टा परिवर्तन नीति से हमें बहुत लाभ हुआ है। गन्ना उपज बढ़ाने के लिये पन्चामृत योजना बहुत लाभकारी सिद्ध हो रही है। बहुत आभार, धन्यवाद।
प्रवीन कुमार, गोंडा – किन शब्दों में धन्यवाद दूं। किसान संवाद होते बहुत देखा-सुना है, आज शामिल हुआ। सच कहूं तो भरोसा नहीं हो रहा। बचपन में नेताओं के हेलीकाप्टर के पीछे बहुत दौड़ा हूँ। आज मुख्यमंत्री जी हमें सुने। पूर्वांचल चीनी का कटोरा था। पिछली सरकारों ने सब समाप्त करने का षड्यंत्र किया। अपने मुंडेरवा और पिपराइच चीनी मिल को दोबारा चालू कराया। गोरखपुर खाद कारखाना को बंद होते देखा है, आज दोबारा चंलने जा रहा है। कोरोना में चीनी मिलें चलवाकर आपने हमें आत्महत्या करने से बचाया।
श्यामवीर त्यागी, सहारनपुर – हम किसान हैं। हमारी दिक्कतों का हल संवाद से होगा, ट्रैक्टर रैलियों से नहीं। किसान को क्या चाहिए, उसकी लागत से थोड़ा अधिक लाभ मिल जाए बस। यह काम पीएम मोदी ने किया है। गन्ने के क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग से हमें बहुत सुविधा हुई है। छोटे से छोटा किसान एसएमएस लेकर चैधरी बना बैठा है। गन्ना पर राजनीति करने वालों की योगी जी ने तो राजनीति खत्म कर दी आपने। घटतौली पर आपकी कार्रवाईयाँ नजीर हैं। फिर भी कुछ लोग अब भी कर रहे हैं। बेहतर हो कि एक मैन्युअल कांटा भी लगाया जाए।
वेदव्रत आर्य, मेरठ – टीवी में देखा था 5, कालिदास मार्ग, मुख्यमंत्री आवास। आज भीतर बैठकर मुख्यमंत्री जी से बात किया। भरोसा नहीं हो रहा। योगी जी ! आपने किसान की सुरक्षा सुनिश्चित की। कभी टयूबवेल के पंखे तक गायब हो जाते थे आज तो कोई एक फावड़ा भी नहीं छूता। गन्ना पर्ची की ईआरपी प्रणाली क्रांतिकारी है।(हि.स.)।