मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर में भाजपा अैर रालोद समर्थकों के बीच हुई झड़प के एक दिन बाद मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद संजीव बालियान ने आरोप लगाया कि यह घटना विपक्षी पार्टियों का पूर्वनियोजित षड्यंत्र था और एक मस्जिद से किए गए ऐलान के जरिए उन्हें उकसाया गया. मुजफ्फरनगर के सोरम गांव में सोमवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का कुछ लोगों ने विरोध किया था, जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ता और विरोध कर रहे लोग आपस में भिड़ गए थे. इस घटना में तीन से चार लोग घायल हुए थे. बालियान ने कहा कि उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से मामले की जांच करने का अनुरोध किया है.
रालोद प्रमुख अजित सिंह भी मंगलवार को घटना में घायल हुए लोगों को देखने पहुंचे. बालियान ने आरोप लगाया कि झड़प में शामिल लोग किसान नहीं बल्कि रालोद के पदाधिकारी थे. वरना सोशल मीडिया पर रोलाद नेता के ट्वीट तत्काल कैसे सामने आए. सोरम गांव में सोमवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान का कुछ लोगों ने विरोध किया जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ता और विरोध कर रहे लोग आपस में भिड़ गए. इलाके के थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेता एवं पूर्व मंत्री योगराज सिंह घटना में घायल हुए तीन लोगों को लेकर थाने आए थे, उन्हें मामूली चोटें आई थीं और तीनों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया. झड़प के बाद रालोद नेता जयंत चौधरी ने ट्वीट किया कि सोरम गांव में भाजपा नेताओं और किसानों के बीच संघर्ष हुआ है. कई लोग घायल हैं. किसान के पक्ष में बात नहीं होती तो कम से कम व्यवहार तो अच्छा रखो .किसान की इज़्ज़त तो करो…इन कानूनों के फायदे बताने जा रहे सरकार के नुमाइंदों की गुंडागर्दी क्या बर्दाश्त करेंगे गांववाले?