आज संसद का माहौल कुछ भावुक हुआ मौका है संसद के ऊपरी सदन से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसदों की विदाई का। इन सभी सांसदों का कार्यकाल पूरा हो चूका है। दो पीडीपी, एक कांग्रेस और एक भाजपा सांसद इसमें शामिल हैं। आज इस मौके पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुलाम नबी आजाद बेहद अच्छे नेता हैं। और गुलाब नवी की तारीफ़ की। वहीं एक आतंकी घटना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री भावुक भी हो गए। उन्होंने बताया कि किस तरह से उस समय गुलाम नबी आजाद फंसे हुए लोगों की चिंता अपने परिवार के सदस्यों की तरह कर रहे थे। इतना ही नहीं तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणब मुखर्जी ने भी उनकी मदद की थी।
जिस आतंकी घंटना का पीएम ने जिक्र किया उसके बारे में बताते हुए कहा कि ” ‘गुलाम नबी जी जब मुख्यमंत्री थे, तो मैं भी एक राज्य का मुख्यमंत्री था। हमारी बहुत गहरी निकटता रही। एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, 8 लोग उसमें मारे गए। सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया। उनके आंसू रुक नहीं रहे थे। गुलाम नबी जी लगातार इस घटना की निगरानी कर रहे थे। वे उन्हें लेकर इस तरह से चिंतित थे जैसे वे उनके परिवार के सदस्य हों। मैं श्री आजाद के प्रयासों और श्री प्रणब मुखर्जी के प्रयासों को कभी नहीं भूलूंगा। इस घटना का ज़िक्र करते हुए राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी भावुक हो गए। प्रधानमंत्री आँखों में आंसू लिए पानी पिने लगे। उसके बाद उन्होंने अपने आंसू पोछे,अपना संबोधन शुरू किया