ND: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई केन्द्रीय मंत्रियों और विपक्ष के नेताओं ने 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने संसद भवन के बाहर आयोजित एक कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। 19 वर्ष पूर्व आज ही के दिन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने संसद पर हमला किया था।
हमले में आतंकियों का मुकाबला करते हुए दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिला कर्मी और संसद के दो कर्मी शहीद हो गए थे। एक माली और एक फोटो पत्रकार की भी हमले में मौत हो गई थी। सुरक्षाबलों ने पांचों हमलावरों को मार गिराया था।प्रधानमंत्री मोदी ने 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत अपनी संसद पर हुए कायराना हमले को कभी नहीं भूलेगा। मोदी ने ट्वीट किया कि हम हमारी संसद पर आज ही की तारीख में 2001 में हुए कायराना हमले को कभी नहीं भुलायेंगे। हम हमारी संसद की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाने वालों के बलिदान एवं बहादुरी को याद करते हैं। हम हमेशा उनके शुक्रगुजार रहेंगे। मालूम हो कि पाकिस्तानी आतंकियों के हमले में आठ सुरक्षाकर्मियों समेत नौ लोगों ने जवान गंवाई थी। सुरक्षा बलों ने सभी पांच आतंकियों को मार गिराया था। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था।