लखनऊ : लोहिया इंस्टीट्यूट, लखनऊ में मरीजों के इलाज पर संकट गहराया। इसकी वजह यह है कि 43 डॉक्टरों की संबद्धता का टाइम पूरा हो गया है।
प्रान्तीय चिकित्सा सेवा के डॉक्टरों का कॉन्ट्रैक्ट टाइम पूरा हो गया है। डॉक्टरों को रिलीव करने का आदेश जारी कर दिया गया है।डॉक्टरों की इधर कोई नई भर्ती भी नहीं की गई है। नई भर्ती के बगैर डॉक्टरों को रिलीव करने का आदेश,हजारों मरीजों के सामने इलाज का संकट उत्पन्न हो गया है।
संविदा पर 43 डॉक्टरों की भर्ती में भी लेटलतीफी की जा रही है जिससे लोहिया अस्पताल में एमबीबीएस की 200 सीटें पर शिक्षा कार्य भी प्रभावित हो रहा है। लोहिया की 200 सीटों की मान्यता पर भी खतरा मंडरा रहा है और तो और छात्रों की क्लीनिकल पढ़ाई भी हो सकती है बाधित।
ज्ञात हो कि लोहिया अस्पताल और लोहिया इंस्टीट्यूट को हाल के दिनों में जोड़ कर एक कर दिया गया था। लोहिया अस्पताल शहर के बीच होने के कारण लखनऊ शहर का और अयोध्या मार्ग पर होने के कारण पूरबी जिलों से लोग यहां इलाज कराने आते हैं।