पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में निर्दोष हिन्दू पर्यटकों की जघन्य हत्या के विरोध में अधिवक्ता परिषद अवध द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा

पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में निर्दोष हिन्दू पर्यटकों की जघन्य हत्या के विरोध में अधिवक्ता परिषद अवध द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा

 

पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में निर्दोष हिन्दू पर्यटकों की जघन्य हत्या के विरोध में अधिवक्ता परिषद अवध द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा – अधिवक्ता परिषद, अवध द्वारा

“हम भूलेंगे नहीं… हम क्षमा नहीं करेंगे।”

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में निर्दोष हिन्दू पर्यटकों की जघन्य हत्या ने सम्पूर्ण राष्ट्र को झकझोर कर रख दिया है। इस अमानवीय कृत्य के विरोध में अधिवक्ता परिषद अवध द्वारा उच्च न्यायालय लखनऊ परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

यह हमला न केवल निर्दोष नागरिकों पर, बल्कि भारत की एकता, अखंडता और शांतिप्रिय हिन्दू समाज पर एक क्रूर प्रहार है। यह हमला भारत की आत्मा पर हुआ है। अधिवक्ताओं ने इस कायराना आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और एकजुट होकर आतंक के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की मांग की।

सभा में प्रान्त उपाध्यक्ष अनिल कुमार पाण्डेय, प्रान्त महामंत्री मीनाक्षी परिहार सिंह, प्रान्त कोषाध्यक्ष प्रेम चन्द्र राय, प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य डॉ. पूजा सिंह, अजय कुमार त्रिपाठी, अमित कुमार राय, और उच्च न्यायालय लखनऊ इकाई से दिवाकर सिंह कौशिक, डॉ. अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी, रुचि गुप्ता, आकांक्षा शाह, तनु भारती, दिग्विजय सिंह, दिव्यांशु त्रिपाठी, रणविजय सिंह, डॉ. उदय वीर सिंह, सुरेश चन्द्र पाण्डेय, राम प्रताप सिंह, सुधीर कुमार मिश्र, प्रमेन्द्र सिंह, अनिरुद्ध सिंह, प्रमोद पाण्डेय, नन्दिनी पाण्डेय, डॉ. शैलेन्द्र शर्मा अटल सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं ने भाग लिया।

सभी अधिवक्ताओं ने मृतकों की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की गई और केंद्र सरकार से आतंकवादियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की मांग की गई।

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यह केवल श्रद्धांजलि नहीं, यह संकल्प है – आतंक के विरुद्ध एकजुट भारत का संकल्प।

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