स्टेट बार काउंसिल की सदस्य पर गंभीर आरोप,फीस लेने, घर का झाड़ू पोछा, मीडिया में अपना प्रचार करवाने के बाद भी नहीं लड़ा केस, FIR दर्ज-

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पदमा उर्फ सुषमा बड़ाइक ने पूर्व में आइपीएस पीएस नटराजन का स्टिंग ऑपरेशन करने के बाद पीडि़ता ने यौन शोषण का केस दर्ज कराया था.

झारखंड हाईकोर्ट की अधिवक्ता और झारखंड स्टेट बार काउंसिल की सदस्य रिंकू भगत पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं.

रांची की रहने वाली चर्चित सुषमा बड़ाईक ने अधिवक्ता रिंकू भगत पर प्रोफेशनल मिस कंडक्ट का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. सुषमा बड़ाइक ने अरगोड़ा थाना में First Information Report दर्ज करायी है.

प्राथमिकी के मुताबिक फ़ीस ली और अपने घर का कामकाज भी करवाया-

दर्ज FIR के मुताबिक अधिवक्ता रिंकू भगत ने एक मुकदमा लड़ने के लिए सुषमा से फ़ीस ली और अपने घर का कामकाज भी करवाया. अंततः उसका केस भी ठीक ढंग से नहीं लड़ा. और जब सुषमा ने उसे अपने केस की फाइल मांगी तो वह भी देने से इनकार कर दिया.

सुषमा ने यह भी आरोप लगाया है कि रिंकू भगत उससे अपने घर का झाड़ू पोछा करवाती थी और उसका केस लेने के बाद सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए मीडिया में अपना प्रचार भी करवाया.

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अरगोड़ा थाना में दर्ज FIR की कॉपीwww.jplive24.com

सुषमा के आवेदन के बाद वर्ष 2020 में रिंकू भगत के खिलाफ अरगोड़ा थाना में आईपीसी (IPC) की धारा 379,506,504,204 और 417 के तहत प्राथमिकी दर्ज (FIR) कर जांच की जा रही है.

FIR दर्ज कराई ताकि मिल सके विक्टिम कंपनसेशन की राशि-

सुषमा बड़ाइक द्वारा रिंकू भगत पर दर्ज करवाई गई प्राथमिकी पर अधिवक्ता रिंकू भगत ने कहा कि शुरुआती दौर में उन्हें नहीं पता था कि सुषमा बड़ाइक ने कई युवकों पर दुष्कर्म और दुष्कर्म का प्रयास समेत कई आरोप लगाते हुए अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है. ताकि विक्टिम कंपनसेशन की राशि उसे मिल सके. लेकिन जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली उन्होंने उसके केस की फाइल वापस कर दी. जिसके बाद साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने के लिए यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

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आइपीएस पीएस नटराजन का स्टिंग ऑपरेशन करने के बाद पीडि़ता ने यौन शोषण का केस दर्ज कराया था –

ज्ञात हो की पूर्व में आइपीएस पीएस नटराजन का स्टिंग ऑपरेशन करने के बाद पीडि़ता ने यौन शोषण का केस दर्ज कराया था. मुकदमा 12 साल तक चला था. इसके बाद कोर्ट ने वर्ष 2017 में नटराजन को रिहा कर दिया था. इस रिहाई के बाद पीडि़ता ने कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए अपील याचिका दायर की है जो फिलहाल विचाराधीन है.

जानकारी हो की आईपीएस नटराज केस को वापस लेने की धमकी मिलने और बात न मानने पर पदमा उर्फ सुषमा बड़ाइक ने दुर्गा साहू नाम के युवक पर न केवल धमकी का आरोप लगाया है. बल्कि पिस्टल के बल पर उसके साथ जबरन दुष्कर्म का भी आरोप लगाया अरगोड़ा निवासी दुर्गा साहू के खिलाफ सुखदेव नगर थाने में दर्ज कराया है.

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