देश के बहुचर्चित व्यवसायकर्मी रतन टाटा ने एक बार फिर यह साबित किया है कि मानवता से बढ़कर कुछ नहीं होता। रतन टाटा की जानी मानी कंपनी टाटा स्टील में कोविड से मरने वाले कर्मचारियों के घरवालों को रिटायरमेंट टाइम तक सैलेरी दी जाएगी। रिटायरमेंट यानी 60 साल की उम्र तक उनके आश्रितों को पूरी सैलरी देती रहेगी। सैलरी का यह अमाउंट मृत कर्मचारी की आखिरी सैलरी के बराबर होगा। इसके साथ ही कंपनी ने ये भी बताया है कि इन कर्मचारी के परिवारों को बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल और आवास सुविधाएं भी मुहैया कराई जायेंगीं।
इस घोषणा के बाद रतन टाटा और उनकी कंपनी की इस पॉलिसी की जमकर सराहना हो रही है। सोशल मीडिया एप ट्विट्टर पर लोग इसपर सकारात्मक विचार भी साँझा करने लगें हैं। जिसमें एक युवक ने लिखा है कि ” कॉर्पोरेट जगत को फिरसे प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद”