ATS टीम द्वारा सहारनपुर से दो बांग्लादेशी संदिग्धों को किया गिरफ्तार,Mobile में मिले कई विदेशी नंबरों पर हुई बातचीत के सबूत

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दिल्ली में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दो आतंकियों अब्दुल लतीफ मीर और अशरफ खटाना की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड ने बड़ी कार्रवाई की है। सहारनपुर से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। संदिग्ध आतंकी बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इनके पास से सहारनपुर से ही बने आधार कार्ड और पासपोर्ट बरामद हुए हैं। इन लोगों ने जाली दस्तावेजों से ये पासपोर्ट व आधार कार्ड बनवाए थे। दोनों के मोबाइल फोन में कई विदेशी संदिग्धों के नंबर एक्टिवेट मिले हैं। एटीएस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

ATS की टीम विदेशियों से बातचीत का ब्यौरा जुटाने में लगी

गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों के नाम इकबाल और फारुख हैं। इनके पास से फर्जी पहचान पत्र मिले हैं। ATS आरोपियों के फोन से मिले विदेशियों के नंबरों पर हुई बातचीत का ब्यौरा जुटाने में लगी है। पुलिस जरूरत पड़ने पर रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। आशंका है कि दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी इन दोनों के संपर्क में थे।

दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी देवबंद आए थे

दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के बारामूला और कुपवाड़ा के रहने वाले आतंकी अब्दुल लतीफ मीर और अशरफ खटाना को गिरफ्तार किया था। आतंकियों के पास से दो सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इन आतंकियों की वॉट्सऐप ग्रुप पर पाकिस्तान से बात होती थी। इनके निशाने पर राष्ट्रीय राजधानी के महत्वपूर्ण स्थल और महत्वपूर्ण लोग  थे। पूछताछ में पता चला कि कोरोनाकाल में ये दोनों उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में स्थित देवबंद गए थे। देवबंद कनेक्शन मिलने के बाद ही ATS सक्रिय हुई थी।

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पाकिस्तान आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और भारत के देवबंद का आपसी कनेक्शन क्या है और जैश-ए-मोहम्मद का आने वाला हर आतंकवादी आखिर देवबंद क्यों जाता है और वह भी ऐसे भी देवबंद के सारे वाले में एकमत होकर आतंकवाद का विरोध कर चुके हैं. ऐसे में खुफिया एजेंसियां अब इस रहस्य को तलाशने में लग गई है कि आतंकवादी वहां किस से मिलने जाते हैं।

आप को बता दे की पिछले साल फरवरी 2019 में भी ATS ने जैस के दो आतंकवादियों को देवबंद से पकड़ा था साथ ही साथ दो बांग्लादेशियो की गिरफ़्तारी की गई थी।

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