BANGLADESH में चार मंदिरों में तोड़फोड़, हिंदू घरों और दुकानों को भी बनाया निशाना, 10 गिरफ्तार-

BANGLADESH में चार मंदिरों में तोड़फोड़, हिंदू घरों और दुकानों को भी बनाया निशाना, 10 गिरफ्तार-

BANGLADESH बांग्लादेश के खुलना जिले के गांव शियाली में हिंदू समुदाय पर हमला, मंदिर तोड़े गए हिंदू समुदाय के घरों और दुकानों पर भी किया गया हमला, पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है REPORTS रिपोर्ट्स के अनुसार इलाके में अभी स्थिति नियंत्रण में है, शुक्रवार को एक विवाद के बाद हुई है ऐसी घटना।

बांग्लादेश में एक हिंदू मंदिर सहित हिंदुओं के घरों और कुछ दुकानों में हुए तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये घटना बांग्लादेश के खुलना जिले के एक गांव शियाली की है जहां 7 अगस्त (शनिवार) को कुछ कट्टरपंथियों ने अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के घरों, दुकानों पर हमला किया और चार मंदिरों में तोड़फोड़ की। मंदिरों में कम से कम 10 मूर्तियों को तोड़ा गया।

DHAKA TRIBUNAL ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार इलाके में अभी स्थिति नियंत्रण में है। रिपोर्ट्स के अनुसार सबसे पहले मंदिर पर हमला किया गया और फिर ये घरों के साथ-साथ दुकानों तक जा पहुंचा। कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार हमला करने वाले पड़ोस के शेखपुरा, बमनडागा और चादपुर इलाके से आए थे। हालांकि सभी हमलावरों की पहचान अभी नहीं की जा सकी है।

स्थानीय हिंदू और मुस्लिम के बीच विवाद के बाद हिंसा

स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार रात हिंदू और मुस्लिमों के ग्रुप के बीच कुछ विवाद के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। इस बीच घटना की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं।

दरअसल, स्थानीय रुपशा उपजिला पूजा परिषद के सचिव कृष्णा गोपाल सेन के मुताबिक हिंदू शुक्रवार शाम को शियाली महाश्मन मंदिर की ओर कीर्तन करते हुए जा रहे थे। रास्ते में मस्जिद आता है। इसी दौरान इमाम मौलाना नजीम उदीन ने मस्जिद के सामने गाते हुए गुजरने का विरोध किया और इसी विवाद ने फिर दंगे का रूप ले लिया।

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जानकारी हो की इससे कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान में भी एक मंदिर में तोड़फोड़ का मामला सामने आया था। घटना पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की थी। ये मामला काफी चर्चा में रहा था और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने क्षतिग्रस्त मंदिर का जीर्णोद्धार करने और सभी दोषियों को गिरफ्तार करने का वादा किया था।

वहीं, पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए कड़ा तेवर दिखाया था और प्रशासन को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

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