आरोपी वकील ने फर्जी कोर्ट बनाकर बतौर ऑर्बिट्रेट जज अरबों रुपए की करीब 100 एकड़ सरकारी जमीन आने नाम कर ऑर्डर पारित कर डाले। खुद ही दस्तावेज तैयार कर जाली कोर्ट में पेश किए और सरकारी जमीन को पक्ष में करने का आदेश दे दिया।
गुजरात राज्य के अहमदाबाद जिला से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक वकील ने फर्जी कोर्ट लगाकर विवादित जमीन पर फैसला सुना दिया।
अहमदाबाद में एक वकील ने फर्जी जज बनकर विवादित जमीन पर फैसला सुना दिया। आरोपी वकील मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने खुद को जज घोषित कर बाकायदा कोर्ट की कार्यवाही चलाई और सरकारी जमीन पर फर्जी आदेश जारी कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।
दरअसल, गुजरात में पिछले साल से कई फर्जीवाड़ों के बीच एक फर्जी कोर्ट पकड़ा गया था। इसके बाद रजिस्ट्रार हार्दिक देसाई ने आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ अहमदाबाद के कारंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच की तो पता चला कि मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने साल 2019 में विवादित जमीन के संबंध में फर्जी मध्यस्थता का आदेश दिया था। इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है।
आरोपी वकील मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने खुद को जज घोषित कर, बाकायदा कोर्ट की कार्यवाही चलाई और सरकारी जमीन पर फर्जी आदेश जारी कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।
बता दें, गुजरात में पिछले साल से कई फर्जीवाड़ों के बीच एक फर्जी कोर्ट पकड़ा गया था। इसके बाद रजिस्ट्रार हार्दिक देसाई ने आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ अहमदाबाद के कारंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच की तो पता चला कि मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने साल 2019 में विवादित जमीन के संबंध में फर्जी मध्यस्थता का आदेश दिया था। इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है।
फर्जी अदालत लगाने वाला शख्स पकड़ा गया-
आरोपी ने मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने राखी वासणा इलाके में फर्जी कोर्ट लगाई थी, जहां उसने वकील, क्लर्क और अन्य अदालती कर्मचारियों की भूमिका भी निभाई। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 465, 467 और 471 के तहत केस दर्ज किया है।
बता दें, गुजरात में पिछले साल से कई फर्जीवाड़ों के बीच एक फर्जी कोर्ट पकड़ा गया था। इसके बाद रजिस्ट्रार हार्दिक देसाई ने आरोपी मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन के खिलाफ अहमदाबाद के कारंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच की तो पता चला कि मॉरिस सैमुअल क्रिश्चियन ने साल 2019 में विवादित जमीन के संबंध में फर्जी मध्यस्थता का आदेश दिया था। इस घटना के सामने आने के बाद हर कोई हैरान है।
पुलिस ने विभिन्न धाराओं में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया-
साथ ही मणिनगर पुलिस स्टेशन में भी उसके खिलाफ पहले से एक और मामला दर्ज है, जिसमें धारा 406, 420, 467, 468 और 471 शामिल हैं। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहराई से जांच जारी है।
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