Lucknow Nagar Nigam Sixteen Nine

नहीं बेच सकते धार्मिक स्थलों से 100 मीटर के दायरे में मांस और मांसाहारी खाद्य पदार्थ, रेस्टोरेंट्स पर भी प्रतिबन्ध –

शुक्रवार को लखनऊ नगर निगम की बैठक हुई। लखनऊ नगर निगम ने धार्मिक स्थलों से 100 मीटर के दायरे में मांस की दुकान, मांस परोसने वाले रेस्टोरेंट्स को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव भी पारित कर दिया। लखनऊ की मेयर ने संबंधित प्रस्ताव जिलाधिकारी को भेज दिया है।

लखनऊ नगर निगम की इस बैठक पर चुनावी रंग साफ नजर आया। लखनऊ नगर निगम की बैठक में कई वार्ड के नाम बदलने से लेकर पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को दुकानें परमानेंट आवंटित करने तक, कई फैसले लिए गए।

लखनऊ नगर निगम ने आठ वार्ड के नाम बदल दिए हैं। इन वार्ड के नाम बदलकर भगवान परशुराम, महर्षि और केशव नगर जैसे नाम रख दिए गए हैं। इसका प्रस्ताव नगर निगम कार्यकारिणी समिति की सामान्य बैठक में पास किया गया. जानकारी के मुताबिक लखनऊ नगर निगम की कार्यकारिणी समिति की सामान्य बैठक 1 अक्टूबर को हुई. इस बैठक में मेयर संयुक्ता भटिया के साथ ही नगर निगम के सभी कर्मचारी मौजूद रहे।

इन वार्ड के नाम बदलेंगे-

लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में हैदरगंज द्वितीय वार्ड का नाम बुद्धेश्वर वार्ड, फैजुल्लागंज प्रथम का नाम महर्षि नगर, फैजुल्लागंज तृतीय का नाम डॉक्टर केशव नगर और फैजुल्लागंज चतुर्थ का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड करने का फैसला लिया गया। इसी तरह विद्यावती द्वितीय का नाम परशुराम वार्ड, विद्यावती प्रथम का नाम माधवनगर, अयोध्यादास द्वितीय का नाम पंडित राम प्रसाद बिस्मिल और जानकीपुरम प्रथम का नाम भाऊ राव देवरस वार्ड रखने के संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया।

ALSO READ -  पहली बार मलयालम और पंजाबी सहित 13 भाषाओं में होगी NEET EXAMS - धर्मेंद्र प्रधान

लखनऊ नगर निगम सामान्य कार्यकारिणी के इस फैसले को विधानसभा चुनाव से पहले नाम बदलने की राजनीति करार दिया जा रहा है। दूसरी तरफ मेयर संयुक्ता भाटिया ने इस संबंध में कहा कि नाम बदलने का प्रस्ताव सभासद की ओर से आया था। उन्होंने कहा कि पुराना नाम बदलने से संबंधित प्रस्ताव पारित हो गया है। मेयर ने कहा कि अब नाम बदलने को लेकर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

धार्मिक स्थल के करीब मांस की दुकान पर रोक-

लखनऊ नगर निगम की बैठक में आठ वार्ड के नाम बदलने का प्रस्ताव पास हुआ ही, पाकिस्तान से आए शरणार्थियों और धार्मिक स्थलों के आसपास मांस की दुकानों को लेकर भी अहम फैसले लिए गए। लखनऊ नगर निगम ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को जीवनयापन के लिए वे दुकानें स्थायी तौर पर आवंटित करने का निर्णय लिया है जो उन्हें किराए पर आवंटित की गई थीं।

पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को आवंटित ये दुकानें मोहन रोड पर हैं। देश की आजादी के समय ही पाकिस्तान से आए लोगों में नगर निगम के इस फैसले को लेकर काफी खुशी देखने को मिली। इसके अलावा लखनऊ नगर निगम ने धार्मिक स्थलों से 100 मीटर के दायरे में मांस की दुकान, मांस परोसने वाले रेस्टोरेंट्स को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव भी पारित कर दिया । लखनऊ की मेयर ने संबंधित प्रस्ताव जिलाधिकारी को भेज दिया है।

Translate »
Scroll to Top