Ani vs open ai

देश का पहला मामला: ANI ने कथित कॉपीराइट उल्लंघन के लिए Open AI पर किया मुकदमा, दिल्ली उच्च न्यायालय ने Open AI को किया तलब

दिल्ली उच्च न्यायालय ने आज 19 नवंबर मंगलवार को समाचार एजेंसी एएनआई ANI द्वारा दायर कॉपीराइट उल्लंघन याचिका COPYRIGHT VIOLATION PETITION के जवाब में चैटजीपीटी के पीछे की अमेरिकी कंपनी ओपनएआई को समन जारी किया।

भारत में OPENAI के खिलाफ पहले मुकदमे में, एएनआई ने यह दावा किया कि CHAT GPT चैटजीपीटी ने NEWS एजेंसी को गलत तरीके से राजनीतिक समाचार दिए, जिस वजह से फर्जी खबरें फैल सकती हैं और संभावित रूप से सार्वजनिक अव्यवस्था हो सकती है।

ANI का आरोप-

ANI ने ओपनAI पर अपने लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) को प्रशिक्षित करने के लिए अपनी सामग्री का दोहन करने का आरोप लगाया है और ChatGPT (ओपनAI चैटबॉट) उपयोगकर्ता के प्रश्नों के जवाब में ANI की सामग्री को शब्दशः प्रस्तुत करता है। अतिरिक्त आरोपों में शामिल हैं – ANI को झूठी खबरों और घटनाओं का श्रेय देना। ओपनAI अब अमेरिका में कई मुकदमों में शामिल है, जिनमें से कई समाचार प्रकाशकों द्वारा दायर किए गए हैं।

न्यायमूर्ति अमित बंसल की एकल पीठ कोर्ट नंबर 45 ने फिलहाल एएनआई के पक्ष में कोई निषेधाज्ञा पारित करने से इनकार कर दिया, यह देखते हुए कि यह अपनी तरह का पहला और जटिल मामला है, जिस पर आगे विचार-विमर्श की आवश्यकता है। अदालत ने मामले में सहायता के लिए एक एमिकस क्यूरी नियुक्त किया।

एएनआई ने तर्क दिया कि सामग्री का दुरुपयोग उसकी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा सकता है। एजेंसी ने यह भी तर्क दिया कि मामले में जनहित का पहलू भी है, क्योंकि राजनीतिक सामग्री का गलत श्रेय देने के दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।

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न्यायपीठ ने कहा-

“मैं इस स्तर पर कोई अंतरिम निषेधाज्ञा आदेश देने के लिए इच्छुक नहीं हूं। इसके लिए विस्तृत सुनवाई की आवश्यकता है। यह एक जटिल मुद्दा है।”

ANI के मुकदमे में आरोप लगाया गया कि ChatGPT वास्तविक समय के आधार पर उपयोगकर्ताओं के प्रश्नों के उत्तर में एएनआई की मूल सामग्री को शब्दशः पुनरुत्पादित करता है।

ANI का मामला यह है कि ChatGPT उसे ऐसे बयानों और समाचारों का श्रेय दे रहा है, जो कभी घटित ही नहीं हुए। यह कहा गया कि ऐसे उदाहरण जिन्हें मतिभ्रम के रूप में जाना जाता है, समाचार एजेंसी की प्रतिष्ठा और फर्जी खबरों के प्रसार के लिए वास्तविक खतरा पैदा करते हैं, जिससे सार्वजनिक अव्यवस्था हो सकती है।

जानकारी हो की विगत वर्ष दिसंबर माह में, न्यूयॉर्क टाइम्स ने चैटबॉट CHATBOT को प्रशिक्षित करने के लिए इस्तेमाल किए गए अपने समाचार लेखों पर कॉपीराइट का उल्लंघन करने के लिए ओपनएआई और माइक्रोसॉफ्ट दोनों पर मुकदमा दायर किया था। 7 नवंबर को, ओपनएआई के खिलाफ इसी तरह के एक मुकदमे को खारिज कर दिया गया था , जो एलएलएम को प्रशिक्षित करने के लिए लेखों के दुरुपयोग पर समाचार आउटलेट द्वारा दायर किया गया था। एलन मस्क ने ओपनएआई के खिलाफ अपने मूल मुकदमे में अविश्वास के दावे भी जोड़े थे ।

अदालत ने एएनआई के पक्ष में कोई निषेधाज्ञा पारित नहीं की, क्योंकि यह अपनी तरह का पहला मामला है और जटिल है, जिस पर आगे विचार-विमर्श की आवश्यकता है। अदालत जनवरी में मामले की आगे की सुनवाई करेगी।

वाद शीर्षक – ANI मीडिया प्राइवेट लिमिटेड बनाम Open AI और अन्य।

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