पूर्व राज्यपाल का घृणित बयान सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है-
रामपुर : उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी (former governor Aziz Qureshi) के खिलाफ रविवार को योगी सरकार पर विवादित बयान देने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है. पूर्व राज्यपाल ने हाल ही में योगी सरकार पर एक विवादित बयान दिया था.
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के खिलाफ रामपुर के थाना सिविल लाइन में रविवार को एफआईआर दर्ज की गई. योगी सरकार पर आपत्तिजनक भाषा और अमर्यादित बयान देने पर एफआईआर दर्ज की गई है. भाजपा नेता आकाश कुमार सक्सेना उर्फ हनी ने थाना सिविल लाइन में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है.
पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी पर FIR
हाल ही में सपा सांसद आजम खान के घर गए पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने योगी सरकार को लेकर अशोभनीय बयान दिया था, जिसमें राक्षस, शैतान और खून पीने वाले दरिंदे जैसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया गया था. अजीज कुरैशी ने कहा था कि ये शैतान और इंसान की लड़ाई है.
वहीं इस मामले पर मुख्य शिकायतकर्ता भाजपा नेता आकाश कुमार सक्सेना ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी रामपुर आए थे. आजम खान के घर न जाने क्यों, काफी देर बैठे थे.
वहां से आने के बाद जिस तरीके की उन्होंने भाषा का प्रयोग किया, जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार पर अभद्र टिप्पणी की, उससे लगता है कि अजीज कुरैशी उत्तर प्रदेश को तालिबान बनाना चाहते हैं. लेकिन इस तरह की किसी भी साजिश को पूरा नहीं होने दिया जाएगा. उनकी जिस तरह की टिप्पणी थी, उन्होंने निहायती घटिया बात बोली. मैंने इस मामले में कोतवाली सिविल लाइंस में एक तहरीर दी थी, जिस पर मुकदमा दर्ज किया गया है. मुझे पूरी उम्मीद है कि पुलिस इसमें आगे की कार्रवाई करेगी. इस मामले में संबंधित धाराएं 153-A,153-B, 124-A, 505(1)(b) हैं, जिसमें मुकदमा दर्ज किया गया है.
भाजपा नेता द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर के अनुसार, अजीज कुरैशी द्वारा काफी लोगों की भीड़ के उपस्थिति में दिए गए उक्त बयान दो समुदायों एवं दो वर्गों की शत्रुता घृणा आदि की भावनाओं को बढ़ाने और भड़काने वाला है. साथ ही सरकार से जानबूझकर लांछन लगाने एवं समाज में अशांति पैदा करने की श्रेणी में आता है.
उनका जानबूझकर दिया गया बयान सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे रामपुर समेत यूपी का माहौल के खराब होने की भी संभावना है.
जानकारी हो कि इससे पूर्व मैं भी सी ए ए और एन आर सी के विरोध में पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी पर उत्तर प्रदेश में एक एफ आई आर दर्ज हो चुकी है.
पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी पूर्व में कई संवैधानिक पदों को सुशोभित कर चुके हैं और इस कारण से ऐसे वरिष्ठ पूर्व संवैधानिक पदधारी व्यक्तियों को इस प्रकार की ओछी राजनीति और अमर्यादित टिप्पणी से सदैव ही दूर रहना चाहिए. खैर ये तो राजनीति है.