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हापुड लाठीचार्ज: वकीलों ने प्रदेश भर में जगह जगह पुतले फूंके, रक्खा विरोध जारी, पूरे यूपी में रहे न्यायिक कार्य से विरत

पिछले सप्ताह हापुड जिले में अधिवक्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में उत्तर प्रदेश भर के वकील मंगलवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के अनुरोध के बावजूद, अदालत के बार एसोसिएशन के सदस्यों ने भी काम से दूर रहने का फैसला किया।

ज्ञात हो की पुलिस ने 29 अगस्त को कथित तौर पर वकीलों पर लाठीचार्ज किया था जब वे एक महिला वकील और उसके पिता के खिलाफ मामला दर्ज करने का विरोध कर रहे थे। यह मामला महिला वकील और पुलिस के बीच टकराव के बाद दर्ज किया गया था जब वह अपनी कार से गाजियाबाद जा रही थी।

हाई कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, अशोक कुमार सिंह के अध्यक्षता में सोमवार रात वकीलों के संगठन की एक आपात बैठक बुलाई गई, जहां सदस्यों ने हापुड घटना में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर अपना गुस्सा जाहिर किया. इसमें निर्णय लिया गया कि वे मंगलवार को भी न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

अवध बार एसोसिएशन द्वारा जारी विज्ञप्ति मनोज कुमार मिश्रा महासचिव के अनुसार आनंद मणि त्रिपाठी अध्यक्ष द्वारा सोमवार शाम वकीलों के संगठन की एक आपात बैठक बुलाई गई, जहां सदस्यों ने हापुड घटना में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर अपना गुस्सा जाहिर किया. इसमें निर्णय लिया गया कि वे मंगलवार 05.09.23 को भी न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

लखनऊ बार एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप नारायण मिश्रा ने कहा, “हम अपना विरोध जारी रख रहे हैं। मंगलवार को राज्य भर के वकील जिला अदालत परिसरों में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और प्रमुख सचिव (गृह) के पुतले जलाएंगे।”

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सिविल सिद्धार्थ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम मिश्रा ने भी आज न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला लिया है। बार एसोसिएशन रामपुर के महासचिव अशोक कुमार पिम्पल ने भी हापुड़ घटना के सन्दर्भ आज और दिनांक 6 सितम्बर को भी न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है।

रायबरेली दीवानी कचेहरी के गेट नं0.1 में अधिवक्ताओं ने उ0प्र0 के मुख्य सचिव का पुतला दहन किया पुलिस बनी रही मूकदर्शक। उल्लेखनीय है कि हापुड़ प्रकरण को लेकर उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता लामबंद हैं इसी क्रम में रायबरेली में भी अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की तथा उ0प्र0 के मुख्य सचिव का पुतला जलाया इस दौरान स्थानीय पुलिस मात्र मूकदर्शक की भूमिका में रही। बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ओपी यादव, महामंत्री अमरेन्द्र सिंह, योगेन्द्र दीक्षित, अशोक मिश्रा, सत्यम तिवारी, अजय मिश्रा, अनिल अग्निहोत्री, हनुमान प्रसाद वर्मा, अमित मिश्रा, राजेश यादव मौहारी, पूर्व महामंत्री सुरेश चन्द्र यादव, विकास त्रिपाठी, इसरार अजल, सन्दीप यादव, नेत्रा सिंह परिहार, अतुल यादव, मुज्तबा अजहर नकवी, अन्जू मिश्रा, अलका सिंह राजपूत आदि सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।

हापुड़ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हाजी एनुल हक़ और महासचिव नरेंद्र शर्मा ने प्रदेश के सभी बार से उनके पक्ष में 29 अगस्त को अधिवक्ताओ पर हापुड़ लाठी चार्ज के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन में सहयोग देने के लिए एक विज्ञप्ति जारी कर के अपील लिया है।

जानकारी को की सोमवार को मुख्य न्यायाधीश प्रतिंकर देवकर और न्यायमूर्ति एमसी त्रिपाठी की पीठ ने वकीलों से कहा कि अदालतें मंगलवार से काम करना शुरू कर देंगी और उनसे काम फिर से शुरू करने का अनुरोध किया। अपर महाधिवक्ता ने अदालत को बताया कि वकीलों की मांग को देखते हुए सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश हरि नाथ पांडे को हापुड़ घटना की जांच करने वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

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अदालत ने संबंधित अधिकारियों से यह भी कहा कि वे किसी भी वकील के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न करें, चाहे वह घटना में नामित हो या नहीं। संबंधित अधिकारियों को स्थानांतरित करने की वकीलों की मांग पर अदालत ने कहा कि वह इस स्तर पर कोई आदेश पारित नहीं कर सकती क्योंकि एसआईटी रिपोर्ट का इंतजार है। स्टेट बार काउंसिल ने रविवार को एक आपात बैठक में उत्तर प्रदेश भर के वकीलों से 6 सितंबर तक हड़ताल जारी रखने का आह्वान किया।

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