दुबई: Mumbai vs Delhi, Final: पांचवां खिताब जीतने के इरादे लेकर उतरने वाली सितारों से सजी मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने एक बार फिर से अपने ख्वाबों को सच करते हुए दिल्ली कैपिटल्स को पांच विकेट से हराकर पिछले 13 सालों में पांचवीं बार इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब अपनी झोली में डाल लिया. जीत के लिए मिले 157 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए क्विंटन डि डॉक और कप्तान रोहित शर्मा ने 4 ओवरों में ही 45 रन जोड़कर बहुत हद तक ट्रेलर दिखा दिया था और इसे बिल्कुल सही समय पर कप्तान रोहित शर्मा ने 51 गेंदों पर 68 रन बनाकर खिताबी जीत को आसान बना दिया. ईशान किशन ने 19 गेंदों पर नाबाद 33 रन बनाकर कप्तान का अच्छा साथ दिया. बीच में एक-दो झटके मुंबई को लगे जरूर, लेकिन जीत कभी भी मुंबई की गिरफ्त से बाहर दिखाई नहीं पड़ी और इंडियंस ने 18.4 गेंदों में 5 विकेट खोकर लगातार दूसरे साल और कुल पांचवीं बार आईपीएल की ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया. इसके अलावा मुंबई ने 2013, 15 और साल 2017 में भी चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था.
Mumbai Indians vs Delhi Capitals Final: इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स ने जीत के लिए 157 रन का लक्ष्य रखा. टॉस जीतकर इस महामुकाबले में दिल्ली की शुरुआ बहुत ही खराब रही और शुरुआती छह ओवर से पहले ही 22 रन पर दिल्ली के 3 विकेट गिर गए थे. इस संकट के समय ऋषभ पंत ने 56 और कप्तान श्रेयस अय्यर ने नाबाद 65 रन की पारी खेली. और इन दोनों के प्रयास से दिल्ली कैपिटल्स 20 ओवर में 7 विकेट पर लड़ने लायक 156 का स्कोर कड़ा करने में कामयाब रही. लेफ्टी ट्रेंट बोल्ट ने तीन विकेट चटकाए
इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स ने जीत के लिए 157 रन का लक्ष्य रखा. टॉस जीतकर इस महामुकाबले में दिल्ली की शुरुआ बहुत ही खराब रही और शुरुआती छह ओवर से पहले ही 22 रन पर दिल्ली के 3 विकेट गिर गए थे. इस संकट के समय ऋषभ पंत ने 56 और कप्तान श्रेयस अय्यर ने नाबाद 65 रन की पारी खेली. और इन दोनों के प्रयास से दिल्ली कैपिटल्स 20 ओवर में 7 विकेट पर लड़ने लायक 156 का स्कोर कड़ा करने में कामयाब रही. लेफ्टी ट्रेंट बोल्ट ने तीन विकेट चटकाए.
मुंबई पहली बार 2013 में चैंपियन बना था. इसके बाद उसने 2015, 2017 और 2019 में भी खिताब जीता. इस तरह से यह पहला अवसर है जबकि वह अपने खिताब का बचाव करने में सफल रहा. इससे पहले केवल चेन्नई सुपरकिंग्स (2010 और 2011) ऐसा करने में सफल रहा था. मुंबई दो बार चैंपियन्स लीग का चैंपियन भी रहा है. दिल्ली की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी और उसका यह आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. दिल्ली का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 22 रन था लेकिन इसके बाद अय्यर (50 गेंदों पर नाबाद 65 रन, छह चौके, दो छक्के) और पंत (38 गेंदों पर 56 रन, चार चौके, दो छक्के) ने चौथे विकेट के लिये 96 रन जोड़कर स्थिति संभाली. बोल्ट ने 30 रन देकर तीन और नाथन कूल्टर नाइल ने 29 रन देकर दो विकेट लिये. दिल्ली ने अंतिम तीन ओवरों में केवल 20 रन बनाये.मुंबई ने इस सत्र में चौथी बार दिल्ली पर आसान जीत दर्ज की। उसने गेंदबाजी के बाद बल्लेबाजी में भी आक्रामक शुरुआत की. रोहित ने रविचंद्रन अश्विन का छक्के से स्वागत किया तो कैगिसो रबाडा के पहले ओवर में 18 रन बने जिसमें क्विंटन डिकॉक (12 गेंदों पर 20 रन) के दो चौके और एक छक्का शामिल है.
रोहित ने एनरिक नोर्जे पर चौका और छक्का लगाया तो अय्यर ने पांचवां ओवर मार्कस स्टोइनिस को सौंपा जिन्होंने पहली गेंद पर ही डिकॉक को विकेट के पीछे कैच करा दिया। सूर्यकुमार यादव ने हालांकि अपनी पहली दो गेंदों पर 10 रन बटोरकर दिल्ली को जश्न नहीं मनाने दिया. मुंबई ने पावर-प्ले में एक विकेट पर 61 रन बनाये. जब अक्षर पटेल (चार ओवर में 16 रन) बल्लेबाजों पर अंकुश लगा रहे थे तब रोहित ने लेग स्पिनर प्रवीण दुबे पर लांग ऑफ और लांग ऑन पर छक्के लगाकर चुप्पी तोड़ी लेकिन सूर्यकुमारश् (20 गेंदों पर 19) ने अपने कप्तान का विकेट बचाये रखने के लिये खुद को रन आउट करवाया. रोहित ने इसके बाद रबाडा पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया.
नये बल्लेबाज इशान किशन ने स्टोइनिस पर छक्का लगाकर स्वच्छंद शॉट लगाने के अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया। रोहित की पारी का अंत सबस्टि्यूट ललित यादव ने बेहतरीन कैच लेकर किया लेकिन तब मुंबई को 22 गेंदों पर केवल 20 रन चाहिए थे. केरोन पोलार्ड (नौ) और हार्दिक पंड्या (तीन) लेकिन इससे परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ा. इससे पहले दिल्ली का पहले बल्लेबाजी का फैसला उस पर भारी पड़ता दिखा। पिच से उछाल मिल रही थी और दिल्ली के बल्लेबाज शुरू में उससे सामंजस्य नहीं बिठा पाये. उसने पहले चार ओवर में ही स्टोइनिस, अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन के विकेट गंवा दिये थे. बोल्ट पिछले मैच में चोटिल हो गये थे लेकिन पूरी तरह से फिट होकर नयी गेंद संभाली और पहली गेंद पर ही स्टोइनिस को विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक के हाथों कैच कराकर दिल्ली के दांव का दम निकाल दिया. इसके बाद उन्होंने नये बल्लेबाज रहाणे (दो) को भी विकेट के पीछे कैच कराया जबकि राहुल चाहर की जगह टीम में लिये गये जयंत यादव (25 रन देकर एक) ने धवन (15) को बोल्ड करके अपने चयन को सही साबित किया.
अय्यर और पंत ने पारी संवारने का बीड़ा उठाया. इस बीच अय्यर जब 14 रन पर थे तब इशान किशन ने कवर पर उनका मुश्किल कैच छोड़ा. पूरे आईपीएल में रन बनाने के लिये जूझने वाले पंत ने शुरू में टिककर खेलने को प्राथमिकता दी और स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया. दसवें ओवर में जब क्रुणाल पंड्या गेंदबाजी के लिये आये तो पंत ने दो गगनदायी छक्कों से उनका स्वागत किया. इसके कारण रोहित शर्मा को बुमराह को गेंद सौंपनी पड़ी थी. अय्यर ने पोलार्ड पर अपनी पारी का पहला छक्का लगाया तो पंत ने कूल्टर नाइल पर फाइन लेग पर चौका लगाकर इस सत्र का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया. इसी ओवर में उन्होंने हालांकि आसान कैच देकर अपना विकेट इनाम में दिया.