किसान आंदोलन पर हज़ारों लाखों हस्तियों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं निकल कर आयी। अमेरिकी सिंगर रिहाना के ट्वीट के बाद भारत के भी प्रमुख हस्तियों ने जवाब दिया। इसी के साथ भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी रिहाना को ट्वीट द्वारा जवाब दिया था। तेंदुलकर ने अपने ट्वीट में लिखा कि भारत की संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता। विदेशी शक्तियां दर्शक तो बन सकती हैं लेकिन प्रतिभागी नहीं। सिर्फ एक भारतीय, भारत को समझ जान सकता है। एक देश के तौर पर एकजुट रहें। तेंदुलकर के ट्वीट के बाद अब कुछ लोग उनकी आलोचना भी कर रहे हैं।
तेंदुलकर के ट्वीट पर RJD नेता शिवानंद तिवारी ने भी ऐतराज जताया है। तिवारी ने कहा कि सचिन को भारत रत्न देने का फैसला सही नहीं था।शिवानंद तिवारी ने कहा कि ऐसे लोगों को भारत रत्नदेने से रत्न अपमान हो रहा है। इन सबके बीच पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शिवानंद के बयान का बचाव किया है। तिवारी ने कहा कि सचिन को उनके खेल के लिए सम्मान दिया गया था। यह जरूरी नहीं कि हर क्षेत्र में उनकी समझ बड़ी हो। शिवानंद तिवारी के बयान पर जदयू ने पलटवार किया है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि ग्रेटा थनबर्ग जैसे तथाकथित सिलेब्रिटीज की हिमायत में देश की अस्मिता और स्वाभिमान के प्रतीक भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को ले करके शिवानंद तिवारी ने जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है उसकी कठोरतम शब्दों में भर्त्सना की जानी चाहिए।