पीएम नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों से अपना आंदोलन समाप्त कर कृषि सुधारों को एक मौका देने की बात कही। और साथ ही कहा कि “यह समय खेती को ‘‘खुशहाल’’ बनाने का है और देश को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘‘एमएसपी है, एसएसपी था और एमएसपी रहेगा।’’ जिस बात पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुटकी लेते हुए कहा है कि “किसान चाहते हैं कि MSP की गांरटी एक्ट में हो। जब मोदी साहब गुजरात के मुख्यमंत्री थे और कमेटी के अध्यक्ष थे उस वक्त उन्होंने ही लिखित में कहा था कि किसानों को MSP लिखित में मिलनी चाहिए। आज वे क्यों नहीं दे रहे हैं।
खड़गे ने आगे कहा कि पीएम मोदी के आज राज्यसभा के भाषण में कोई सार नहीं था। उन्होंने 3 कृषि कानूनों की कमी पर कांग्रेस के प्रस्ताव की अनदेखी की और किसानों और वैज्ञानिकों की चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि किसी को कुछ भी पता नहीं है। क्या हम सब मूर्ख हैं? राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते प्रधानमंत्री ने कहा था कि जब देश में सुधार होते हैं तो उसका विरोध होता है।