पुरुलिया : विधानसभा चुनाव में बाहरी बनाम बंगाली के मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने साफ कहा कि कोई भी भारतीय किसी भी राज्य में बाहरी नहीं है. पीएम के इस बयान पर पलटवार करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में रहने वाला हर शख्स यहां का है. उसे हम बाहरी नहीं मानते है भले ही वह दूसरे राज्यों से यहां सालों पहले से बसर कर रहे हो. हमारे लिए बाहरी वह गुण्डे हैं जो इस चुनावी माहौल में बंगाल को अशांत करनेके लिए यहां भेजे जा रहे है.ममता बुधवार को ओंदा, विष्णुपुर और बांकुड़ा में चुनावी प्रचार करने पहुंची थी. मालूम हो कि इस चुनाव में तृणमूल लगातार बाहरी का मुद्दा उठा रही है जिसके तहत भाजपा को लगातार बाहरी कहा जाता रहा है. इस चुनावी सभा में ममता ने कहा कि राज्य में बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात समेत बाकी राज्यों के लोग सालों से यहां बसे है. इन्हें कभी पराया महसूस नहीं कराया गया है, लेकिन भाजपा बंटवारे की राजनीति करती आयी है. इस चुनाव में भी इसी मुद्दे को भाजपा बढ़ाने की कोशिश कर रही है. ममता ने कहा कि हम बरसों से बंगाल में रह रहे दूसरे राज्यों के लोगों पर बाहरी होने का ठप्पा नहीं लगाते.
ममता ने पीएम मोदी को लेकर भी तंज कसा तथा उन्हें सबसे बड़ा मिथ्यावादी कहा. मैं प्रधानमंत्री पद का सम्मान करती हूं लेकिन यह कहते हुए अफसोस हो रहा है कि नरेंद्र मोदी झूठ बोलते हैं. ममता के अनुसार मोदी केवल बड़ी बड़ी बातें करते हैं और सभी के बैंक खातों में 15-15 लाख रुपये देने जैसे झूठे वादे करते हैं जबकि घरेलू रसोई गैस के सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं. ममता ने कहा कि बरसों से बंगाल में बसे दूसरे राज्यों के लोग बाहरी नहीं हैं बल्कि वह उनके ‘अपने लोग’ हैं।
‘हम उन लोगों के बारे में ऐसा क्यों कहेंगे, जो बरसों से यहां बसे हैं ? वे हमारे राज्य का एक अभिन्न हिस्सा हैं’. उन्होंने कहा कि हम केवल उन पान-मसाला खाने वाले, तिलक लगाने वाले लोगों को बाहरी कहते हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से, चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में समस्या उत्पन्न करने के लिए भेजा गया है.