एक्सप्रेस-वे का करीब 70% काम पूर्ण, दिसम्बर तक बन जाएगा मुख्य कैरेज वे-
अब बुंदेलखंड क्षेत्र में विकास को लगेंगे पंख, उद्योगों को भी मिलेगा बढ़ावा-
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इस एक्सप्रेस-वे का 70 फीसदी काम पूरा हो गया है। अधिकारियों की माने तो दिसम्बर तक मुख्य कैरेज-वे का काम पूर्ण हो जाएगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट के भरतकूप के पास से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, महोबा और औरैया होते हुए इटावा के कुदरैल गांव के पास आगरा एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इससे बुंदेलखंड से देश की राजधानी दिल्ली तक आने-जाने में समय और संसाधनों की बचत होगी। डीजल और पेट्रोल की खपत घटने से प्रदूषण भी घटेगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बनेगा भरोसे की मिसाल-
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि बुंदेलखंड का नाम प्रदेश के सबसे पिछड़े क्षेत्रों में आताता है। नीति आयोग ने कायाकल्प के लिए प्रदेश के जिन आठ जिलों को चुना है उनमें चित्रकूट भी एक है। संयोग से चित्रकूट से ही इस एक्सप्रेस-वे की शुरुआत भी हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार यह कह चुके हैं कि शौर्य, संस्कार और परंपरा की धरती बुंदेलखंड आने वाले समय में उप्र का स्वर्ग होगी। इसमें प्रस्तावित ‘डिफेंस कॉरीडोर’ और ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस वे’ की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
डिफेंस कॉरीडोर में देश-विदेश के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लखनऊ में डिफेंस एक्सपो-2020 का आयोजन किया गया था। इसके तुरंत बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के शिलान्यास और जलजीवन मिशन से बुंदेलखंड के विकास के प्रति केंद्र और प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता साबित हो रही है। इन परियोजनाओं पूरा होने पर सबका साथ, सबका विकास और सबके भरोसे के भाजपा के नारे को चरितार्थ करेंगी।
बुंदेलखंड की लाइफलाइन साबित होगा यह एक्सप्रेस-वे-
सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ने के कारण बुंदेलखंड के लोगों के लिए दिल्ली तक सफर सुगम हो जाएगा। परियोजना से आच्छादित क्षेत्रोंमें में कृषि, वाणिज्य और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा हर एक्सप्रेसवे के किनारे औद्यौगिक गलियारा बनाने की है।
इनमें स्थापित होने वाले शिक्षण संस्थान और उत्पादन इकाइयों के नाते स्थानीय स्तर पर रोजी रोजगार के अवसर बढ़ेगें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 फरवरी 2020 को चित्रकूट से इसका शिलान्यास किया था।
यूपीडा के सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) अवनीश कुमार अवस्थी ने बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य के प्रगति की पिछले दिनों वीडियो कान्फ्रेंसिग के जरिए समीक्षा बैठक भी की थी। इसमें यूपीडा के साथ निर्माण कम्पनियों के भी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उस समय उन्होंने आरओबी, आरई पैनल, स्ट्रक्चर्स, टोल प्लाजा और अन्य निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।
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